टक्कर इतनी जबरदस्त की कार के उड़े परखच्चे
सवारियों से भरी भी बस, लक्ष्मणगढ़ व फतेहपुर पुलिस पहुंची मौके पर
फतेहपुर, [बाबूलाल सैनी ] सदर थाना इलाके में हरसावा गांव के आगे गुरूकुल स्कूल के पास कल शुक्रवार शाम करीब सवा सात बजे एक लोक परिवहन बस ने ओवरटेक करते हुए अल्टो कार को टक्कर मार दी। टक्कर के बाद सवारियों से भरी बस पलट गई। हादसे में कार सवार एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई व ग्यारह व्यक्ति घायल हो गए। घायलों को 108 एंबुलेंस से राजकीय ट्रोमा सेंटर लाया गया। घटना की सूचना मिलने पर सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार के परखच्चे उड़ गए। कार सवार व्यक्ति की शव क्षत विक्षप्त होने से पहचान भी नहीं हो सकी। हादसे के बाद भारी जाम लग गया। पुलिस ने साइड से रास्ता तो शुरू करवा दिया लेकिन रात नौ बजे तक बस नहीं हट सकी। डीवाईएसपी राजेश कुमार विद्यार्थी ने बताया कि हरसावा गांव व गुरूकुल स्कूल के बीच में हादसा हुआ। लोक परिवहन एसी बस जयपुर से बिसाउ की ओर जा रही थी। अल्ट्रो कार सवार फतेहपुर से लक्ष्मणगढ़ की जा रहा था। इसी दौरान बस ओवरटेक करते हुए सामने आई व सामने से आ रही कार को टक्कर मार दी। बस की स्पीड इतनी थी कि कार को सौ फीट से ज्यादा घसीट कर ले गई। इसके बाद बस पलट गई। बस पलटने से चीख पुकार मच गई। स्थानीय लोग व पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घायलों को राजकीय धानुका अस्पताल के ट्रोमा सेंटर भिजवाया। चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार कर दो व्यक्तियों को सीकर रैफर कर दिया व अन्य को भर्ती कर लिया। कईयों के सामान्य चोट आने पर अस्पताल भी नहीं पहुंचें। हादसे की सूचना पर एसडीएम दयानन्द रूयल, नगर पालिकाध्यक्ष मुश्ताक नजमी, इमरान खां सहित बड़ी संख्या में लोग ट्रोमा सेंटर पहुंचे। घटनास्थल पर लक्ष्मणगढ़ डीवाईएसपी श्रवण झरोड़, फतेहपुर डीवाईएसपी राजेश कुमार विद्यार्थी, सदर थानाधिकारी राजेन्द्र कुमार, शहर कोतवाल उदय सिंह यादव व लक्ष्मणगढ़ व फतेहपुर सदर व कोतवाली थाने की पुलिस मौजूद रही।
- यह हुए घायल
हादसे में रामनिवास 38 पुत्र गोपाल हरसावा बड़ा, मुकेश कुमार ढाका 27 पुत्र गोवर्धन हरसावा बड़ा, किरण 34 पत्नी भारत प्रकाश रतननगर, मुकेश सैनी 32 पुत्र श्रवण सैनी बिसाऊ, जयप्रकाश 28 पुत्र रामप्रसाद वर्मा फतेहपुर, शासा 50 पत्नी देशराज वाल्मीकि रामगढ़, रेशमा 70 पत्नी मनफूल वाल्मीकि चूरू, मुन्नालाल पुत्र जीवनराम फतेहपुर, अबुल वसीम पुत्र याकूब चूरु, दयानंद 31 बीरबल, देशराज घायल हुए।
- आधा दर्जन से अधिक चिकित्सक पहुंचे अस्पताल, लेकिन व्यवस्था इतनी खराब की घायलों को नीचे लेटाया
हादसे की सूचना मिलते ही धानुका अस्पताल के चिकित्सक ट्रोमा सेंटर पहुंच गए। ड्यूटी चिकित्सक के अलावा आधा दर्जन से अधिक चिकित्सक ट्रोमा सेंटर आ गए। लेकिन ट्रोमा सेंटर की व्यवस्था चरमराई हुई थी। अस्पताल में घायलों को लेटाने के लिए ट्रोमा सेंटर में बैड तक नहीं मिले। कई घायलों को नीचे गद्दा लगाकर लेटाया गया। किसी भी घायल का एक्सरे नहीं हो पाया। सिर्फ सामान्य उपचार किया गया। उप जिला अस्पताल होेने के बाद भी ऐसी व्यवस्था अस्पताल प्रबंधन पर सवालिया निशान लगा रही है।