शिल्प एवं माटी कला बोर्ड अध्यक्ष गेदर चूरू जिले के भ्रमण पर रहे, कई कार्यक्रमों में की शिरकत
चूरू, राज्य के शिल्प एवं माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष (राज्यमंत्री) डूंगर राम गेदर बुधवार को चूरू जिले के भ्रमण पर रहे। इस दौरान उन्होंने विभिन्न स्थानों पर कई कार्यक्रमों में भाग लिया, जन अभाव अभियोग सुने और आमजन से संवाद किया।इस दौरान उन्होंने आमजन से चर्चा करते हुए कहा कि राज्य सरकार की ओर से एक से बढ़कर एक कल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। आवश्यकता इस बात की है कि सभी लोग इन योजनाओं की जानकारी रखें और समाज के अंतिम छोर तक इन योजनाओं की पहुंच सुनिश्चित करें।
इस दौरान सुजानगढ़ क्षेत्र के गांव गोपालपुरा के पंचायत भवन में तथा बेगराज राठी उच्च माध्यमिक विद्यालय के सामने चल रही भागवत कथा में शिल्प एवं माटी कला बोर्ड अध्यक्ष गेदर तथा विधायक मनोज मेघवाल का स्वागत तथा सम्मान किया गया। गेदर ने कहा कि कथा के ज्ञान से तथा उसको स्मरण करने से ही मुक्ति संभव है। मनोज मेघवाल ने कहा कि गोपालपुरा भक्ति का गांव है, जहां भक्त तथा भगवान की शक्ति साक्षात रूप से नजर आती है। सरपंच सविता राठी ने कहा कि गोपालपुरा की माटी के कण—कण में भगवान बसते हैं। भागवत कथा करवाने के लिए लिछमा देवी का स्वागत राज्य मंत्री तथा सभापति नीलोफर गौरी ने किया। इस दौरान इदरीस गौरी, अमित मारोठिया, हितेश जाखड़, श्रीराम शर्मा, सरपंच सविता राठी, पुटिया राजा आदि अतिथियों का स्वागत महंत तनदास स्वामी, रूपाराम नागा, चुन्नीलाल नागा, गणेशा राम, गोपाल प्रजापत, कन्हैया लाल शर्मा, पूसाराम प्रजापत, दीपचंद गिलड़ा, श्याम लाहोटी, झूमर सारण, ज्ञानाराम, भींवाराम ने किया। धापू देवी, आचु देवी, भवरी देवी ने बधावा गाया। कमल, खेता राम, बाबूलाल, चंद्रप्रकाश, राजू प्रजापत, कालु प्रजापत, राहुल प्रजापत, ओम प्रकाश प्रजापत आदि ने इक्यावन किलो फूलों की माला पहनाई। माटी कला बोर्ड अध्यक्ष डूंगर राम गेदर तथा विधायक मेघवाल ने कथा वाचक आशाराम महाराज का साफा पहना कर तथा शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया। महिलाओं ने भजनों पर सुंदर नृत्य प्रस्तुत किए।
बुधवार को ही शिल्प एवं माटी कला बोर्ड अध्यक्ष ने सालासार बालाजी मंदिर में दर्शन किए तथा देश—प्रदेश की खुशहाली की कामना की। इस दौरान यशोदा नंदन पुजारी सहित पुजारी परिवार एवं मंदिर समिति की ओर से गेदर का स्वागत किया गया। गेदर ने सुजानगढ़ के प्रजापति भवन में आयोजित स्वागत समारोह में शिरकत की और छापर में आचार्य महाश्रमण का आशीर्वाद लिया।