झुंझुनू, राजस्थान की बीजेपी सरकार ने सत्ता में आते ही राजस्थान के 5000 युवामित्रो को बेरोजगार बना दिया। 25 दिसम्बर को युवाओं के लिए एक काला आदेश निकाला जाता है कि राजस्थान के 5000 युवामित्रो को तुरतं प्रभाव से हटाया जाता है। पिछले 10 महीनों से युवामित्र दर दर की ठोकरे खा रहे है और बहाली के लिए 72 दिन शहीद स्मारक पर धरना प्रदर्शन भी किया और केबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा के घर के आगे भी धरना दिया। 9 दिन अनशन किया लेकिन फिर भी सरकार ने अभी तक युवामित्रो के समन्धित कोई अच्छा फैसला नही लिया है। नोकरी जाने के अवसाद में 2 युवामित्र साथियों को भी खो चुके है लेकिन फिर भी सरकार ध्यान नही दे रही है । लोकसभा चुनावों से पहले सरकार ने आश्वासन दिया था कि चुनाव खत्म होते ही आपको बहाल कर दिया जाएगा लेकिन बीजेपी सरकार अपने वादे से मुकर रही है। युवामित्र संघर्ष समिति झुंझुनूं के जिलाध्यक्ष विकास गुर्जर ने यह जानकारी देते हुए बताया कि यदि सरकार जल्द ही युवामित्रो को बहाल नही करती है तो राजस्थान उपचुनाव की सभी सीटों पर बीजेपी प्रत्याशी का बहिष्कार करेंगे और जहाँ भी जिस गाँव मे बीजेपी की सभा होगी उसमे युवामित्र जायेगे और वहाँ के लोगो को अपनी पीड़ा बताएंगे कि कैसे इस बीजेपी सरकार ने हमे बेरोजगार बना दिया है। जिलाध्यक्ष गुर्जर ने बताया कि झुंझुनूं विधानसभा के लगभग सभी गाँव और ढाणियों से युवामित्र लगे हुए थे वो हर गाँव मे बीजेपी का बहिष्कार करेंगे और जिले के सभी तहसीलों के युवामित्र और पड़ोसी जिले के युवामित्र भी उन सभी विधानसभा में जायेगे जहाँ अभी उपचुनाव हो रहे है । जिलाध्यक्ष ने बीजेपी सरकार को चेतावनी देते हुए बोला है कि या तो जल्दी से जल्दी युवामित्रो के लिए बहाली का आदेश निकाले नही तो फिर उपचुनाव में हार के लिए तैयार रहे , सभी युवामित्र उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी का सभी गावो में बहिष्कार करेंगे ।