राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत किए जाने हेतु चयनित होने पर
दांतारामगढ़(लिखा सिंह सैनी) प्रदेश के सीमांत और शैक्षिक दृष्टि से पिछड़े माने जाने वाले बाड़मेर की अद्भुत जीवट और समर्पण की मलिका राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत किए जाने हेतु चयनित प्राथमिक स्तर की शिक्षिका गीता माली के घर शेखावाटी के ह्रदय स्थल सीकर के दांतारामगढ़ क्षेत्र के मूल निवासी शिक्षा के क्षेत्र में अपने कर्तव्य निष्ठा और समर्पण के लिए जाने वाले विख्यात प्रधानाचार्य केशर सिंह खीचड़ इस प्रेरणा पुंज मातृशक्ति को बाड़मेर स्थित उनके घर पहुंच कर बधाई दी व इनके साथ विशनाराम प्रबोधक गंगावास हुडो की ढाणी थे जिन्होंने गीता द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्यों की भूरि- भूरि प्रशंसा की। श्रीखोथ ने भी इन से प्रेरित होकर गंगावास विद्यालय के लिए अपनी पैतृक भूमि दान की है। केशर सिंह जब दांता की राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य थे तब छात्र संख्या बढ़कर दो सौ से नौ सौ पहुंच गई और राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय दांता सीकर शैक्षिक नवा चारों का प्रेरक केंद्र बना। विद्या की ये देवी मैया प्रार्थना को लाखों लोगों ने पसंद किया। पूर्व विद्यार्थियों के सम्मेलन “सखा संगम -2017” की खोज बनवारी लाल मित्तल के द्वारा प्रदत्त लाखों रुपए से सरकारी स्कूल में फाउंडेशन कोर्सेज का संचालन जन जन के द्वारा सराहा गया। गत वर्ष खीचड़ का स्थानांतरण मुठली हो गया था ,स्थानांतरण निरस्त कराने के लिए दांता कस्बे के बाजार और स्कूल 9 दिन तक चले आंदोलन के कारण बंद रहे परंतु राजनीति के पूर्वाग्रह के कारण सफलता नहीं मिली।