माटी कला बोर्ड के गठन की, कि मांग
रतनगढ़ [सुभाष प्रजापत] राजस्थान कुम्हार कुमावत महासभा के प्रदेश सचिव एडवोकेट गोविंदसिंह कठोड़ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम पत्र प्रेषित कर प्रदेश में माटीकला बोर्ड का गठन करने की मांग की है। एडवोकेट कठोड़ द्वारा प्रेषित ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि राजस्थान में मिट्टी से बने घड़े, खिलौन व अन्य सामग्रियां बनाने वाले कारीगरों व व्यवसायियों को संरक्षण व प्रोत्साहन देने के लिए राज्य सरकार द्वारा माटी कला बोर्ड का गठन किया जाता रहा है, लेकिन राज्य सरकार के 20 माह के कार्यकाल का समय बीत जाने के बाद भी इस बोर्ड का गठन नहीं किया गया। बोर्ड का गठन नहीं होने के कारण माटी व शिल्प संबंधित कार्य करने वाले लोगों को सही रूप से सरकारी सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। राजस्थान में मिट्टी व शिल्प कला में निपूर्ण कारीगरों का एक बहुत बड़ा समुदाय है, जो कि राजस्थान की अर्थव्यवस्था को मजबूती दिलाने में अपना अहम रोल अदा कर सकता है। माटी कला बोर्ड के गठन से माटी उद्योग के विकास के लिए बैंकों से रियायती दर पर ऋण की व्यवस्था व पुराने उद्योगों को कार्यशील पूंजी दिलाना एवं तकनीकि मार्गदर्शक, प्रशिक्षण, विशेषज्ञों के सुझाव व कच्चे माल की व्यवस्था रियायती दरों पर कराना, माटी से बनी वस्तुओं को बेचने की व्यवस्था, नई तकनीकि का विकास करना संभव हो पाएगा। ज्ञापन में मांग की है कि शीघ्र ही माटी एवं शिल्पकला बोर्ड का गठन कर इस उद्योग का तकनीकि व आधुनीकरण करने की योजना बनाई जाए, ताकि इस क्षेत्र में रोजगार करने वाले हजारों परिवारों को लाभ मिल सके तथा प्रदेश में रोजगार के नए आयाम स्थापित हो सके।