स्वामी विवेकानंद के जीवन से प्रेरणा ले युवा – जिला कलेक्टर श्रुति भारद्वाज
खेतड़ी में समारोह पूर्वक मनाया गया 13वां विरासत दिवस समारोह,
5 हजार दीपक जलाकर जगमग किया ऐतिहासिक पन्ना शाह तालाब,
स्वामी विवेकानंद पर राजा अजीत सिंह की निकाली झांकियां
खेतड़ी, खेतड़ी कस्बे में मंगलवार शाम को रामकृष्ण मिशन की ओर से विरासत दिवस समारोह मनाया गया। समारोह को ऐतिहासिक बनाने के लिए रामकृष्ण मिशन के कार्यकर्ताओं की ओर ऐतिहासिक पन्ना शाह तालाब को भव्य रूप से सजाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नीमकाथाना कलेक्टर श्रुति भारद्वाज, विशिष्ट अतिथि स्वामी आत्मनिष्ठानंद महाराज, शिक्षाविद् अशोक सिंह शेखावत थे, जबकि अध्यक्षता पालिका अध्यक्ष गीता सैनी ने की। कार्यक्रम में जिला कलक्टर श्रुति भारद्वाज ने कहा कि यह खेतड़ी का सौभाग्य है कि इस पावन धरा पर दो महान विभूतियों ने अपनी दोस्ती से पूरे विश्व में अलग पहचान बनाई थी। ऐसी महान विभूतियां इतिहास में बहुत कम देखने को मिली है, जिन्होंने अपने जीवन को उदाहरण के तौर पर देश के सामने पेश किया है। स्वामी जी का एक संन्यासी जीवन अनुशासन से भरपूर था और राष्ट्र को समर्पित था, जिससे भारतीय संस्कृति को अंतरराष्ट्रीय ख्याति हासिल कर पाया। स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अनुशासन व लगन होने का जज्बा होना चाहिए। युवाओं को इन महान विभूतियों से प्रेरणा लेकर जीवन की राह बदलने में सहायक होती हैं। खेतड़ी में बना अजीत विवेक संग्रहालय यहां आने वाले लोगों को आगे बढ़ाने की प्रेरणा भी देता है। मिशन सचिव स्वामी आत्मनिष्ठानंद महाराज ने कहा कि स्वामी विवेकानंद के खेतड़ी में आने के 125 वर्ष पूर्ण होने पर 13वा खेतड़ी विरासत दिवस समारोह धूमधाम से मनाया जा रहा है । स्वामी विवेकानंद व देश को सनातन धर्म की अग्रिम पंक्ति में खड़ा करने में खेतड़ी विरासत ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। नरेश अजीत सिंह के सहयोग से स्वामी विवेकानंद 1893 में शिकागो धर्म सम्मेलन में पहुंचे थे, जहां उन्होंने सनातन धर्म संस्कृति का परचम लहराते हुए देश को विश्व में विख्यात कर दिया था। राजा अजीत सिंह व स्वामी विवेकानंद की गहरी मित्रता के चलते खेतड़ी को अलग पहचान मिल पाई थी, जिसकी बदौलत खेतड़ी आज भी दो महान विभूतियों की दोस्ती ओर उनकी यादों को चिरस्थाई बनाने के लिए इस प्रकार के ऐतिहासिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस दौरान खेतड़ी के राजकीय उप जिला अस्पताल के सामने लगी राजा अजीत सिंह के प्रतिमा के सामने से स्वामी विवेकानंद व राजा अजीत सिंह की संजीव झांकियां शुरू की गई, जो पूरे कस्बे से होते हुए ऐतिहासिक पन्ना शाह तालाब पर पहुंची, जहां पांच हजार दीपक जलाकर पन्ना शाह तालाब पर विरासत दिवस समारोह मनाया गया। खेतड़ी में विरासत दिवस पर होने वाले कार्यक्रम भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने में अपनी अलग पहचान रखते हैं। वहीं क्षेत्र की जनता को भी धर्म व संस्कृति के प्रति आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करती है।