स्कूलों एवं मदरसों में निरंतर मिले पौष्टिक आहार – कलेक्टर खान
झुंझुनू, जिला कलेक्टर उमरदीन खान ने कहा कि शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों को दिए जाने वाले पौष्टिक आहार पर संबंधित अधिकारी ध्यान देंवे, उन्हें गुणवत्तापूर्ण एवं पौष्टिक आहार ही मिले इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए। महिला एवं बाल विकास विभाग की योजनाओं में पात्र व्यक्तियो को लाभान्वित किया जाना सुनिश्चित करें। गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभागार में 15 सूत्री कार्यक्रम की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे। कलक्टर खान ने सभी अधिकारियों को कहा कि अपने-अपने विभागों की योजनाओं का प्रचार प्रसार करवाएं, इसके साथ ही शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पात्र अल्पसंख्यक समुदाय के व्यक्ति्यों को लाभान्वित करेंं। प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा अधिकारी समुदाय के बच्चों को अधिक से अधिक नामांकन करवाएं, कोई भी छात्र-छात्रा स्कूल को ड्रॉप आउट नहीं करें, इसके लिए प्रभावी कार्यवाही एवं मीड-डे-मील के तहत बच्चों को पोष्टिक भोजन देंवे हर बच्चा हैल्थी एवं स्वस्थ बने, बच्चों की हैल्थ को इम्प्रूव करने का एक बेहतर रास्ता इस योजना के तहत पौष्टिक खाना देना हैं, इसके साथ ही जिन मदरसों में जगह एवं अन्य परेशानी के अभाव में खाना नहीं दिया जा रहा हैं, वहां बच्चों को खाना देने की व्यवस्था कि जाएं, उन्होंने संबंधित अधिकारी को इसकी लगातार मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। कलक्टर खान ने कस्तूरबा गांधी विद्यालय के लिए जगह चिन्हित कर उसका पूरा प्लान तैयार कर प्रस्ताव भेजे, जगह के अभाव में बच्चों की शिक्षा बाधित नहीं होनी चाहिए, सभी छात्रों को इसका फायदा मिले, इसके लिए पूरी स्कीम का पूरा प्लान तैयार करें। उन्होंने मौलाना आजाद छात्रवृति के सर्कुलर को देखने, पंडित दीनदयाल शहरी आजिविका विकास मिशन के तहत दिए जाने वाले लॉन का प्रचार-प्रसार कर पात्र व्यक्तियों को ऋण देने के निर्देश दिए। बैठक में खान ने कहा कि मदरसा शिक्षा के तहत जिले के सभी मदरसों को मीड डे मील से जोड़े, पंजीकृत मदरसों में ऊर्दू शिक्षा के साथ-साथ कम्प्यूटर शिक्षा एवं बोर्ड से पुस्तकें, बैगस एवं खेल सामग्री मंगवाकर बच्चों को बेहतर से बेहर शिक्षा देना एवं जिन मदरसों में जगह की कमी हैं, वहां अलग से कमरे बनाने का प्लान तैयार करना सुनिश्चित करें। उन्होंने तकनीकी शिक्षा से जुड़े अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चों के ऑनलाईन फॉर्म भरवाएं साथ ही एसीपी से मिलकर ई-मित्रा वालों की बैठक आयोजित करें, ताकि वे छात्र-छात्राओं को ट्रेंड कर उनके फॉर्म भरवाएं, इसके लिए लोगों को जागरूक करने का कार्य किया जाएं। इस दौरान बैठक में स्वरोजगार देने के लिए संबंधित अधिकारी को रोजगार देने के लिए अभियान या शिविर के माध्यम से लोगों को जागरूक कर ऑनलाईन आवेदन करवाया जाना सुनिश्चित करें। इस दौरान बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेंन्द्र अग्रवाल, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी मो. अनीश, महिला अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक विप्लव न्यौला, समाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक नरेश बारोठिया, जिला रोजगार अधिकारी दयानंद यादव एवं शिक्षा, तकनीकी शिक्षा सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।