जिले के 14 गांवों में लगे शिविर
सीकर, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की मोबाइल ओपीडी यूनिट सेवा आमजन के लिए उपयोगी साबित हो रही है। इसके तहत आज बुधवार को जिले के 14 गांवों में शिविर लगाए और रोगियों का चिकित्सकों ने उपचार कर निशुल्क दवाइयां दी। मोबाइल ओपीडी यूनिट के माध्यम से लोगों को उनके गांव, ढाणी में ही चिकित्सकीय परार्मश, उपचार व निशुल्क दवा की सेवाएं उपलब्ध हो रही है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अजय चौधरी ने बताया कि आज बुधवार को जिले के 14 गांवों में लगाए शिविरों में 112 पुरूष, 169 महिलाएं और 40 बच्चों का मोबाइल ओपीडी यूनिट सेवा के तहत उपचार किया गया। इस दौरान 42 गर्भवती महिलाओं के भी स्वास्थ्य की जांच की गई। गांवों में लगे शिविर में 91 लोग खांसी से पीडित पाए गए। वहीं 5 बुखार, 9 मधूमेह और 27 हाइपर टेंशन की बीमारी से ग्रसित पाए गए। इन सभी रोगियों का उपचार कर निशुल्क दवा उपलब्ध करवाई गई है। 70 रोगियों की जांच की गई। सीएमएचओ डॉ चौधरी ने बताया कि कोविड 19 संक्रमण और लॉक डाउन को देखते हुए जिन गांवो में चिकित्सा सेवाओं की पहुंच कम है। वहीं लॉकडाउन के कारण आमजन अस्पताल नहीं पहुंच सकते हैं, उन गांवों में लोगों को प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राज्य सरकार की ओर से मोबाइल ओपीडी यूनिट वाहन सेवा शुरू की है। इसके तहत विभाग की एमएमवी व एमएमयू द्वारा आमजन को प्राथमिक चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराई गई।
उन्होंने बताया कि दांता ब्लॉक में खातियों का मोहल्ला खाटू में लगे शिविर में 23 रोगियों का उपचार किया गया। वहीं पिपराली ब्लॉक के गुढा कलां में लगे शिविर में 24 रोगियों का उपचार किया गया। वहीं कूदन ब्लॉक के गोटडा तगेलान शिविर में 16 तथा अर्जुनपुरा में लगे शिविर में 20 रोगियों का उपचार किया गया। सीएमएचओ डॉ चौधरी ने बताया कि लक्ष्मणगढ़ के तुनवा लगे शिविर में 22 तथा रामनगर में लगे शिविर में 26 रोगियों का उपचार किया गया।नीमकाथाना ब्लॉक के कुडी की ढाणी में लगे शिविर 17 और जुझार जी की ढाणी में लगे शिविर में 6 रोगियों का उपचार किया गया। वहीं फतेहपुर ब्लॉक में राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय खरिंटा की ढाणी में शिविर में 23 और मुख्य चौक खरिंटा की ढाणी में लगे शिविर में 23 रोगियों का उपचार किया गया। खण्डेला ब्लॉक के जुगलपुरा में 34 और गढीखानपुरा में लगे शिविर में 41 रोगियों का उपचार किया गया। श्रीमाधोपुर ब्लॉक के आसपुरा में लगे शिविर में 14 और छोटापाना आसपुरा में लगे शिविर में 36 रोगियों का उपचार किया गया।