9 सूत्री मांगों को लेकर
सादुलपुर, बकाया फसल बीमा क्लेम, आवारा पशुओं की रोकथाम, 3500 रुपये बेरोजगारी भत्ते सहित 9 सूत्री मांगों को लेकर मिनी सचिवालय के समक्ष किसानों और नौजवानों द्वारा दिया जा रहा धरना 34 वें दिन भी जारी रहा। 8 जनवरी को एसडीएम कार्यालय में होने वाले आंदोलन के दृष्टिगत तहसील के गांवो में जनसम्पर्क अभियान रविवार को जारी रहा। जनसम्पर्क के दौरान किसानों और नोजवानों को सम्बोधित करते हुए एसएफआई के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि बीमा कंपनी पोर्टल का बहाना बना किसानों का बीमा हड़पना चाहती है। बीमा कंपनी कह रही है कि हम किसान का प्रीमियम वापस लौटा देंगे लेकिन किसान का बीमा जब अनिवार्य कर रखा है और किसान का बीमा समय पर किसान के खाते से काट कर बीमा कंपनी को भेज दिया जाता है तो बीमा क्लेम देने के समय पर पोर्टल में खराबी हो जाती है। किसान ने अपना प्रीमियम समय पर दे दिया है। अब प्रशासन तय करे कि गलती किसकी है और जिसकी गलती है उसकी जिम्मेदारी तय कर किसान का बीमा क्लेम दिया जाए। जब तक किसान को बीमा क्लेम नहीं दिया जाता है तब तक आंदोलन जारी रहेगा।