36 दिन बाद भी नवजात पूछ रही है अपनी कलयुगी मां का नाम और अपनी नन्ही नन्ही आंखों से ढूंढ रही है उस मां की कोख जिसने उस को जन्म देकर छोड़ दिया था रेलवे फाटक के पास । जी हां हम बात कर रहे हैं 24 दिसंबर 2018 को झुंझुनू के मुकुंदगढ़ कस्बे के रेलवे फाटक के पास मिली नवजात बच्ची की जो की लावारिस हालत में किसी ने जन्म देकर वहां पर बच्ची को मरने के लिए छोड़ दिया था । पुलिस को सूचना मिलने पर पुलिस ने नवजात बच्ची को झुंझुनू भगवानदास खेतान अस्पताल में भर्ती कराया । जहां पर नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टर बीडी बाजिया ने बच्ची का इलाज शुरू किया आज 36 दिन गुजर जाने के बाद बच्ची बिल्कुल स्वस्थ है जिस पर डॉक्टर बीडी बाजिया अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ ने बच्ची को बिल्कुल स्वस्थ हालत में बाल कल्याण समिति को सौंप दिया । जहां पर अब बच्ची की परवरिश की जाएगी बच्ची को विदा करते वक्त अस्पताल के सभी नर्सिंग स्टाफ की आंखों में आंसू भी नजर आए और उस कलयुगी मां के लिए बद्दुआ भी सभी के दिल से निकल रही थी जो एक बच्ची को जन्म देकर उसको मरने के लिए रेलवे फाटक के पास छोड़ दिया था ।