लक्ष्मणगढ़, [राजू सैनी ] कहते हैं कि कोशिश करने वाले की कभी हार नहीं होती और जज्बा हो तो कठिन से कठिन मंजिल भी हासिल की जा सकती है । जी हां, 56 वर्षीय व्यक्ति ने अढाई दशक बाद बोर्ड परीक्षा उत्तीर्ण कर यह संदेश भी दिया है कि लगातार मेहनत से सफलता मिल सकती है तथा पढाई में उम्र बाधा नहीं है। यह मिसाल कायम की है लक्ष्मणगढ़ विधानसभा क्षेत्र के भूमा छोटा निवासी त्रिलोका राम आलडिया ने जिन्होंने 1987 में 10वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद पढ़ाई करते रहे लेकिन 12वीं उत्तीर्ण नहीं कर पा रहे थे । लेकिन इन्होंने हिम्मत नहीं हारी तथा मेहनत मजदूरी के साथ बच्चों को शिक्षित करने की जिम्मेदारी के साथ साथ स्वयं भी पढ़ाई से जुड़े रहे । आलडिया ने अपनी एक लड़की को अधिवक्ता बनाया जबकि दो लड़कियों व एक लड़के को उच्च शिक्षा दिलाई तथा स्वयं 12वी की परीक्षा स्वयंपाठी छात्र के रुप में देते रहे लेकिन सफलता नहीं मिलने पर भी हताश और निराशा नहीं हुए तथा लगातार परीक्षा देते रहे। तथा 2023 में त्रिलोका राम को सफलता हासिल कर 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने में कामयाब हुए। यह जानकारी देते बगड़ी निवासी प्रधानाचार्य रामचंद्र झुरिया ने बताया कि कठिन से कठिन लक्ष्य मेहनत से हासिल किया जा सकता है यह साबित कर दिखाया है आलडिया ने। उन्होंने कहा कि आलडिया ने किस तरह मेहनत मजदूरी कर घर की जिम्मेदारी संभालते हुए बच्चों को शिक्षित बनाकर यह संदेश दिया है कि पढ़ाई के लिए उम्र कभी आड़े नहीं आती तथा जज्बा हो तो लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। हालांकि आलडिया ने परीक्षा ग्रेस के साथ तृतीय श्रेणी से उत्तीर्ण की है।