जिस उम्र में बच्चे खेलते हैं खिलौनों से सानिध्याश्री खेलती है पियानो से
मम्मी कहती है की बेटी बड़ा नाम करेगी
अपने पिता के शौक को परवान पर चढ़ा रही है बेटी
झुंझुनू, वर्तमान के दौर में बेटियां हर क्षेत्र में नित नए कीर्तिमान स्थापित करती जा रही हैं। हमारी जिंदगी का कोई भी क्षेत्र इससे अछूता नहीं है जिस पर बेटियों ने अपनी काबिलियत के निशान ना छोड़े हो। ऐसी ही आज हम एक 6 साल की छोटी बच्ची सानिध्यश्री से आपको रूबरू करवा रहे हैं जिसकी अंगुलियां जब पियानो को छूती है तो मानों पियानो भी उसके साथ झूमने लग जाता है। जाने-माने संगीतकारों की धुन भी वह इतनी खूबसूरती से चला लेती है कि देखकर लोग दांतों तले अंगुली दबा लेते हैं। मूल रूप से झुंझुनू जिले के अलसीसर से बिलोंग करने वाले अरविंद शर्मा हाल निवासी इंदिरा नगर झुंझुनू है जो कि इनकम टैक्स ऑफिसर हैं एवं इनकी पत्नी श्रीमती विकास कुमारी जो एक सरकारी स्कूल में अध्यापिका है। इस दंपति की महज 6 साल से भी कम उम्र की बेटी पियानो पर ऐसे अंगुलियां नचाती है कि लगता है कई वर्षो से काम कर रहा संगीत की समझ रखने वाला कलाकार इसे बजा रहा हो। हालांकि सनिध्याश्री इतनी छोटी है कि उन्हें संगीत की ज्यादा जानकारी नहीं है लेकिन वो जब पियानो सीट पर बैठती है तो लगता है कि वो अपनी पांच अंगुलियों से पियानो के साथ खेल रही हो। इनके पिता इनकम टैक्स ऑफिसर अरविन्द शर्मा ने बताया कि पियानो मेरा शौक है मैं जब पियानो बजाता तो छोटी सी सनिध्या मुझे बैठी बैठी देखती रहती और ख्याल ही नहीं रहा कि कब इसके हाथ पियानो पर थिरकने लगे। शहर के झुंझुनू एकेडमी स्कूल की एलकेजी की यह छात्रा महज 4 साल की उम्र से ही पियानो बजाना शुरू कर चुकी है। जिस उम्र में बालक खिलौनों से खेलते हैं उस समय से सनिध्याश्री ने पियानो के बटनो से खेलना शुरू कर दिया। मशहूर संगीतकार विशाल- शेखर का गाना दिल दिया गल्ला की वह इतनी खूबसूरती से धुन बजाती है कि मन सुनकर प्रफुल्लित हो जाता है। इस होनहार बेटी की मम्मी विकास कुमारी अपनी लाड़ली पर गर्व करते हुए कहती है कि जब सनिध्या को पियानों बजाते हुए देखती हु तो एक सुकून सा मिलता है वही उन्हे विश्वास है कि उनकी बेटी संगीत के क्षेत्र में एक दिन उनका बड़ा नाम करेगी। सानिध्या का लॉक डाउन के चलते अब घर में ही बीतता है उसे अपने भाई आराध्य गौतम के साथ क्रिकेट खेलना बहुत पसंद है। पियानो सीट पर बैठकर मधुर धुन बिखेरने वाली सनिध्या श्री भी अपने पसंदीदा संगीत कार अदनान सामी की तरह एक बड़ा कलाकार बनाना चाहती है।