अन्य विभागों के कुछ अधिकारियो को लेकर भी झुंझुनू की जनता में उठ रहे है सवाल
झुंझुनूं, झुंझुनू के सीएमएचओ पद पर उठा पटक का दौर लगातार जारी है फिर से एक बार राज्य सरकार ने डॉक्टर छोटेलाल गुर्जर को डीडीओ पावर की शक्तियां प्रदान कर दी हैं। आपको बता दें कि झुंझुनू सीएमएचओ की कुर्सी पर डॉक्टर छोटेलाल गुर्जर और डॉ राजकुमार डांगी के बीच लगातार उठा पटक का दौर अभी भी जारी है। कभी कोई इस कुर्सी पर अपना दाव मार देता है तो थोड़े दिनों बाद ही दूसरा व्यक्ति इस कुर्सी पर अपना दाव फिर से चला देता है जिसके चलते क्रिकेट मैच की तरह अब यह मामला रोमांचक हो गया है। राज्य सरकार ने मंगलबार को डॉ छोटेलाल गुर्जर को फिर से डीडीओ पावर की शक्तियां प्रदान करते हुए सीएमएचओ झुंझुनूं के पद पर बैठा दिया है । संयुक्त शासन सचिव प्रीति माथुर ने इस संबंध में मंगलवार को आदेश जारी किए। उन्होनें अतिरिक्त महाधिक्वकता उच्च न्यायालय जयपुर की राय से जारी आदेश के तहत डॉ गुर्जर को डीडीओ पावर यानी आहरण वितरण की शक्तियां प्रदान की है। इस से पहले उच्च न्यायालय जयपुर के आदेश पर सरकार ने डॉ राजकुमार डांगी को डीडीओ पावर सौंप दिए थे। आपको बता दें कि डॉ राजकुमार डांगी लगभग डेढ़ साल तक सीएमएचओ झुंझुनू के पद पर तैनात थे। उसके बाद में पूर्व में सीएमएचओ रहे डॉक्टर छोटेलाल गुर्जर को सीएमएचओ झुंझुनू के पद पर लगा दिया गया और डॉक्टर राजकुमार डांगी ने कोर्ट की शरण ली जिसके चलते कोर्ट ने फिर से इनको सीएमएचओ झुंझुनू के पद पर बने रहने के आदेश दिए लेकिन डीडीओ पावर डॉक्टर छोटेलाल गुर्जर के पास थे और कुछ दिन बाद ही यह पावर वापस से डॉक्टर राजकुमार डांगी को दे दिए गए। अब फिर से राज्य सरकार के आदेश से यह पावर डॉक्टर छोटेलाल गुर्जर को दे दिए गए हैं। इस प्रकार से इन दोनों अधिकारियों के बीच इस कुर्सी को लेकर उठा पटक का दौर लगातार जारी है।
वही अन्य विभागों के सन्दर्भ में बात करे तो भजनलाल सरकार आने के बाद ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि वह अधिकारियों की इस व्यवस्था को लेकर कुछ सख्ती दिखाएंगी लेकिन झुंझुनू जिले में ऐसा नहीं हुआ। कुछ अन्य विभागों में तो सरकार बदलने के साथ ही कथित भ्रष्टाचार का आरोप लगने वाले अधिकारी फिर से झुंझुनू जिले में लाकर तैनात कर दिया गया। जिसको लेकर भी लोगों में अच्छा खासा आक्रोश है और लोग सवाल उठा रहे हैं कि जब भाजपाइयों ने ही कांग्रेस सरकार के दौरान इन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए धरना प्रदर्शन किए थे और भाजपा सरकार आने के बाद फिर से ही इन अधिकारियों के ऊपर कृपा दृष्टि भाजपा नेताओं की क्यों बरसने लगी ? पूछना चाहती है झुंझुनू की जनता कि ये रिश्ता क्या कहलाता है ? शेखावाटी लाइव ब्यूरो रिपोर्ट झुंझुनू