सीकर, लफ्जों के कोई मायने भी नहीं…लफ्ज मुंह से निकले भी नहीं। बस आंसुओं से भीगी आंखों से करूण क्रंदन, प्राणों का उत्सर्ग करने वाले महेश की पत्नी सुमन के लिए भारी-भरकम शब्दों में सांत्वना के बोलों का कोई मतलब नहीं था। इस वीरांगना के लिए कुछ पलों के लिए ये सब बेमानी लब्ज थे। जिंदगीभर साथ निभाने का वादा करने वाला डेढ़ साल भी साथ नहीं निभा सका। गांव हांसपुर की बिजावाली ढ़ाणी के जवान महेश कुमार निठारवाल की र्पाथिव देह सोमवार को पुलिस थाना श्रीमाधोपुर से सुबह डीजे की धुन एवं हाथों में तिरंगा लिए बाईक रैली के साथ भारत माता एवं शहीद महेश कुमार अमर रहे के गगनचुंबी नारों के साथ पैतृक गांव हांसपुर पहुँची जहां सेना के जवानों तथा पुलिस की टूकड़ी ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया और राजकीय सम्मान के साथ जवान का अंतिम संस्कार किया गया। 24 वर्षीय महेश निठारवाल 19 अक्टूबर को द्रास सेक्टर में भूस्खलन होने से शहीद हो गया था। शहीद महेश कुमार निठारवाल पुत्र गिरधारीलाल मिठारवाल तीन साल पहले 6 राज आरआइएफ बटालियन में भर्ती हुआ था। करीब बीस माह पूर्व रॉयल निवासी सुमन के साथ महेश की शादी हुई थी। महेश कुमार के एक सात माह की बेटी है। किसान परिवार में जन्मे महेश के पिता गिरधारीलाल टैम्पों चलाते हैं। करीब चार माह पहले गांव आया महेश इस दीपावली पर गांव आने वाला था कि दीपावली से करीब 20 दिन पहले ही बेटा तिरंगे में लिपटकर घर लौटा तो कोई आंसू नहीं रोक पाया। शहीद की सात माह की पुत्री चिंकू और दस माह के भतीजे युवराज ने उनकी चिता को मुखाग्नि दी। महेश की शहादत पर भाई राजेश सहित पूरा परिवार आसुुओं के बीच भी गर्व के भावों से भरा दिखाई दिया। राज्य सरकार की ओर से श्रीमाधोपुर विधायक झाबरसिंह खर्रा, जिला कलेक्टर नरेश ठकराल, पूर्व विधानसभाध्यक्ष दीपेन्द्र सिंह शेखावत, नीमकाथाना एएसपी दिनेश अग्रवाल,एसडीएम ब्रह्रालाल जाट, नीमकाथाना सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल सुरेन्द्र सिंह, कुणाल सिंह,सुभाष शर्मा, रक्षपाल दास स्वामी, डॉ.माधव सिंह, नरेन्द्र सिंह महरोली, संदीप मीणा, मोहरसिंह खर्रा,सरपंच मोहन लाल सैनी,रींगस पुलिस उपाधीक्षक गिरधारी लाल ढ़ाका,थानाधिकारी भगवान सहाय मीणा ने पुष्पचक्र अर्पित किये।