
जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने दी चूरू सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक में समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिए निर्देश, ओटीएस योजना के क्रियान्वयन पर दिया विशेष बल
चूरू, जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने शनिवार को जिला मुख्यालय स्थित दी चूरू सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के प्रधान कार्यालय में शाखा प्रबंधकों की समीक्षा बैठक में समुचित निर्देश दिए।जिला कलक्टर सुराणा ने कहा कि बैंकिंग व्यवस्था को सशक्त करने के लिए वित्तीय अनुशासन एवं बेहतर ग्राहक सेवा आवश्यक है। शाखा प्रबंधक बैंक द्वारा निर्धारित वार्षिक लक्ष्यों की समयबद्ध पूर्ति करते हुए बैंक की ऋण वसूली और जमा योजनाओं को और अधिक प्रभावी बनाएं। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 के अवसर पर सहकारिता को बढ़ावा देने की अपील करते हुए सहकारी बैंकों की भूमिका को मजबूत करने पर बल दिया। उन्होने कहा कि सहकारी बैंकों को ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विकास में प्रमुख भूमिका निभानी चाहिए। सहकारी आंदोलन को सशक्त बनाने के लिए बैंकिंग सेवाओं को अधिक पारदर्शी एवं प्रभावी बनाया जाए।
एकमुश्त समाधान योजना का करें प्रभावी क्रियान्वयन
जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने कहा कि एकमुश्त समाधान योजना का प्रभावी व सफल क्रियान्वयन करे। ओटीएस योजना न केवल बैंक के लिए लाभदायक है, बल्कि ऋणग्रस्त ग्राहकों को भी राहत प्रदान करती है। इसलिए शाखा प्रबंधक अधिक से अधिक ऋणियों को इस योजना का लाभ दिलाने हेतु प्रेरित करें और इसकी व्यापक जानकारी आमजन तक पहुंचाए।
सुराणा ने शाखा प्रबंधकों से कहा कि ऋण वसूली की प्रक्रिया में तेजी लाएं और डिफॉल्टर खाताधारकों को इस योजना का अधिकतम लाभ दिलाने के लिए सक्रियता से कार्य करें। उन्होंने इस योजना की सफलता के लिए लक्षित ऋणियों से व्यक्तिगत संपर्क बढ़ाने, जागरूकता अभियान चलाने एवं विभिन्न प्रचार माध्यमों का उपयोग करने के निर्देश दिए।
सरकारी कर्मचारियों के बकाया ऋणों की वसूली पर दें विशेष ध्यान
बैठक में सरकारी कर्मचारियों द्वारा लिए गए ऋणों की स्थिति की भी समीक्षा की गई। जिला कलक्टर ने कहा कि जिन सरकारी कर्मचारियों के ऋण अवधिपार हो चुके हैं, उनकी वसूली संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित कर सुनिश्चित करवाई जाए। इसके लिए विभागों को पत्रा जारी करें तथा प्रभावी मॉनीटरिंग करें।
प्रबंध निदेशक मदन लाल ने आभार व्यक्त करते हुए ओटीएस योजना सहित अन्य बैंकिंग लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया।
जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने दी चूरू सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक में समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिए निर्देश, ओटीएस योजना के क्रियान्वयन पर दिया विशेष बल
चूरू, जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने शनिवार को जिला मुख्यालय स्थित दी चूरू सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के प्रधान कार्यालय में शाखा प्रबंधकों की समीक्षा बैठक में समुचित निर्देश दिए।जिला कलक्टर सुराणा ने कहा कि बैंकिंग व्यवस्था को सशक्त करने के लिए वित्तीय अनुशासन एवं बेहतर ग्राहक सेवा आवश्यक है। शाखा प्रबंधक बैंक द्वारा निर्धारित वार्षिक लक्ष्यों की समयबद्ध पूर्ति करते हुए बैंक की ऋण वसूली और जमा योजनाओं को और अधिक प्रभावी बनाएं। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 के अवसर पर सहकारिता को बढ़ावा देने की अपील करते हुए सहकारी बैंकों की भूमिका को मजबूत करने पर बल दिया। उन्होने कहा कि सहकारी बैंकों को ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विकास में प्रमुख भूमिका निभानी चाहिए। सहकारी आंदोलन को सशक्त बनाने के लिए बैंकिंग सेवाओं को अधिक पारदर्शी एवं प्रभावी बनाया जाए।
एकमुश्त समाधान योजना का करें प्रभावी क्रियान्वयन
जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने कहा कि एकमुश्त समाधान योजना का प्रभावी व सफल क्रियान्वयन करे। ओटीएस योजना न केवल बैंक के लिए लाभदायक है, बल्कि ऋणग्रस्त ग्राहकों को भी राहत प्रदान करती है। इसलिए शाखा प्रबंधक अधिक से अधिक ऋणियों को इस योजना का लाभ दिलाने हेतु प्रेरित करें और इसकी व्यापक जानकारी आमजन तक पहुंचाए।
सुराणा ने शाखा प्रबंधकों से कहा कि ऋण वसूली की प्रक्रिया में तेजी लाएं और डिफॉल्टर खाताधारकों को इस योजना का अधिकतम लाभ दिलाने के लिए सक्रियता से कार्य करें। उन्होंने इस योजना की सफलता के लिए लक्षित ऋणियों से व्यक्तिगत संपर्क बढ़ाने, जागरूकता अभियान चलाने एवं विभिन्न प्रचार माध्यमों का उपयोग करने के निर्देश दिए।
सरकारी कर्मचारियों के बकाया ऋणों की वसूली पर दें विशेष ध्यान
बैठक में सरकारी कर्मचारियों द्वारा लिए गए ऋणों की स्थिति की भी समीक्षा की गई। जिला कलक्टर ने कहा कि जिन सरकारी कर्मचारियों के ऋण अवधिपार हो चुके हैं, उनकी वसूली संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित कर सुनिश्चित करवाई जाए। इसके लिए विभागों को पत्रा जारी करें तथा प्रभावी मॉनीटरिंग करें।
प्रबंध निदेशक मदन लाल ने आभार व्यक्त करते हुए ओटीएस योजना सहित अन्य बैंकिंग लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया।