
रतनगढ़, [सुभाष प्रजापत ] श्री हंडिया बाबा आश्रम में आयोजित नानी बाई के मायरे की कथा में कृष्णानन्द महाराज ने कहा कि संत कृपा भगवान की कृपा से भी बड़ी है,, भगवान की अपने भक्तों पर कृपा कब हो कोई निश्चित नहीं है परन्तु संतो की कृपा हो जाये तो भगवान को अपने भक्तों पर निश्चित ही कृपा करनी पड़ती है। महाराज ने कहा कि भगवान की कथा से सुनने से भगवान के प्रभाव का पता पड़ता है और भक्तों की कथा सुनने से भगवान के स्वभाव का पता पड़ता है कि वो कितने दयालु, कृपालु हैं। कथा में नरसी की हुंडी कथा सुनकर श्रोता भाव विभोर हो गये।कथा में संत स्मृति नाथ, भक्ति नाथ, विधायक पूसाराम गोदारा, अरविंद चाकलान, महावीर नाथ, गंगा नाथ, गोपी कृष्ण चौमाल, भंवर लाल टेलर, पवन महर्षि, गोपाल पारिक, मघाराम कम्मा, डूंगरमल स्वामी, जनक सिंह, पुरुषोत्तम इंदौरिया, महेश महर्षि, बालकृष्ण बारूपाल, मदन लाल भार्गव, पवन सैनी, ताराचंद इंदौरिया आदि उपस्थित थे।