झुंझुनू, जम्मू एवं कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि बच्चों की तालीम से बढ़कर कुछ नहीं है। व्यक्ति पढ़ाई के बलबूते पर किसी भी मंजिल को प्राप्त कर सकता है। उन्होंने कहा कि देश में नोबल पुरस्कार प्राप्त करने वालों की संख्या बहुत कम है और मुझे विश्वास है कि आने वाले समय में लड़कों से अधिक लड़कियां इस मुकाम को हासिल करेंगी। उन्होंने कहा कि बेटियों को पहले बोझ समझा जाता था, गर्भ में मारने वालों की सोच बदली है और बेटियों को बेटों के समान समझा जाने लगा है। राज्यपाल रविवार को जिले के नूआं के पास स्थित रामादेवी मेमोरियल चेरिटेबल ट्रस्ट की महिला पीजी कॉलेज में मूर्ति अनावरण एवं ऑडिटोरियम के उद्घाटन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। राज्यपाल ने कहा कि किसी भी व्यक्ति की तरक्की में उस व्यक्ति की मां का योगदान सबसे बड़ा होता है। समाज में वही उसे अच्छे-बुरे का परिचय करवाती है। उन्होंने कहा कि आज के समय में लड़कियों ने हर क्षेत्र और प्रतियोगिता में अपनी काबिलियत दिखाई है। समारोह में बगड के अर्जुनदास महाराज, जस्टिस वी.एस. दवे, ट्रस्ट के निदेशक एडवोकेट शिशुपाल सिंह सहित अन्य अतिथि एवं गणमान्य नागरिक तथा बड़ी संख्या में कॉलेज की छात्राएं उपस्थित थी।