लेखसीकर

दीवाली पर पालतू का रखें विशेष ध्यान

एक्सपर्ट- डॉ योगेश आर्य, पशुचिकित्सा विशेषज्ञ, नीम का थाना

दीवाली पर तेज आवाज के पटाखों और उनकी रोशनी से घबराकर आपका पालतू कुत्ता डर कर काँपने और भौंकने लगता हैं। आपका पालतू को स्ट्रेस और एंजायटी हो सकती हैं। अतः दीवाली पर पालतू का खास ख्याल इस प्रकार से रखें –
1) पालतू को पटाखें चलाते वक्त अंदर रखे औऱ घर की खिड़कियां बंद कर देवें।
2) अगर पालतू घर के अंदर किसी सुरक्षित जगह पर छुपना चाहता हो तो उसे जबर्दस्ती बाहर न निकाले।
3) पालतू की श्रवण क्षमता अधिक होती हैं इसके कारण वो परेशान न हो इसकिये कॉटन ईयर प्लग काम में लेवें अथवा अगर पालतू सहज महसूस करे तो कानों के चारों तरफ कोई कपड़ा भी बांध सकते हैं।
4) पालतू को अकेला छोड़ने की बजाय उसका ध्यान पटाखों के हटाने के लिए उसे व्यस्त रखा जा सकता हैं।
5) टेलीविजन की आवाज बढ़ाकर भी पटाखों की आवाज छिपाई जा सकती हैं।
6) पालतू को साफ पानी देवें ताकि बार बार पानी पीकर वो डिहाइड्रेशन और स्ट्रेस से बच सकें।
7) पालतू को तला हुआ खाना, मीठाई और कलर-प्रिजर्वेटिव मिले हुये फूड देने से परहेज करें।
8) पटाखें चलाने के लिए खुली जगहों पर चलें जाएं तो ज्यादा बेहतर रहेगा।
9) पटाखें चलाने के बाद बचे हुए हिस्से को हटा देवें अन्यथा पालतू उनको चाट लेगा जिससे उसे विषाक्तता हो सकती हैं।
10) पालतू को पूजा सामग्री, दीये-मोमबत्तियां और रंगोली से दूर ही रखें।
11) रंग बिरंगी इलेक्ट्रिक लाइट्स से पालतू को दूर रखें और विद्युत तारों टेप से ढ़क कर रखें।
12) प्रदूषण ज्यादा हो जाने की स्थिति में एयर प्यूरीफायर का प्रयोग किया जा सकता हैं।
13) पालतू पर नजर बनाए रखे और अगर डर रहा हो तो उससे स्नेहभरा व्यवहार करें, सहजता बनाये रखें। पालतू को ट्रीट्स देवें।
14) पालतू पर पटाखें ना फेंके ऐसा करने से उसको चोट लग सकती हैं और वो डर सकता हैं।
15) पालतू के पटाखें से जल जाने अथवा उसके अधिक स्ट्रेस में होने पर तुरंत वेटरनरी डॉक्टर से संपर्क करें।

इसी प्रकार से हमारे पालतू पशु जैसे गाय-भैंस, बछड़े-बछड़ियाँ और भेड़-बकरियां भी दीवाली के सीजन में पटाखों की आवाज सुनकर स्ट्रेस में आ जाती हैं जिसका असर उनकी वृद्धि दर और उत्पादन पर भी पड़ता हैं। इससे बचाव के लिए एनीमैक्स फार्मा का “माइक्रोटॉन लिक्विड” काम में लिया जा सकता हैं। ये छोटे पशुओँ को 20 मिली और बड़े पशुओँ को 50 मिली प्रतिदिन के हिसाब से सप्ताह भर तक दिया जा सकता हैं।

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