एफओबी व अंडरपास बनाने की मांग को लेकर
रींगस [अरविन्द कुमार] जिले का सबसे बड़ा आदर्श रेलवे स्टेशन रींगस इन दिनों रेल प्रशासन की उदासीनता के चलते दो भागों में बटा हुआ है कस्बे में कुल 35 वार्ड हैं जिनमें से 20 पूर्व दिशा में है और 15 पश्चिम दिशा में है बीच में रेलवे स्टेशन की सीमा आ जाती है जिससे दोनों तरफ आने-जाने के लिए रेलवे स्टेशन की बाउंड्री को पार करना पड़ता है वही रेलवे जंक्शन की पूर्व दिशा में नगर पालिका, बैंक, चिकित्सालय, जलदाय विभाग, पुलिस थाना, विद्युत विभाग, सरकारी व गैर सरकारी विद्यालय, महाविद्यालय, श्याम मंदिर, भैरव मंदिर आदि स्थित है। ऐसे में कस्बेवासी आरक्षण कार्यालय से चंद्र वाला बस स्टैंड तक एफओबी पुलिया का निर्माण, फाटक संख्या 107 व 108 पर अंडरपास के निर्माण की लगातार मांग कर रहे हैं।लेकिन रेल प्रशासन ने बीते 2 सालों में कोई ध्यान नहीं दिया जिससे परेशान होकर आज कस्बेवासियों ने प्रतिष्ठान बंद कर रेलवे जंक्शन पर विरोध प्रदर्शन करते हुए स्टेशन अधीक्षक सुखदेव सिंह धायल को रेल मंडल प्रबंधक व रेल मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। साथ ही मांग की कि जल्द से जल्द एफओबी पुलिया व अंडरपास का निर्माण करवाया जाए अन्यथा आने वाली 26 दिसंबर से सांकेतिक धरना शुरू किया जाएगा जो एक बड़ा आंदोलन का रुप भी ले सकता है। आपको बता दे कि कोरिडोर फ्रेट ने पुलिया का निर्माण शुरू किया था लेकिन उसे भी अधूरा छोड़ दिया गया है।कस्बे वासियों ने बताया कि जंक्शन के निर्माण के समय रेल मंडल प्रबंधक द्वारा निरीक्षण के दौरान कस्बे वासियों को एफओबी पुलिया व अंडरपास के निर्माण का आश्वासन दिया था लेकिन अब जंक्शन का निर्माण पूर्ण हो जाने के बाद रेल प्रशासन द्वारा उस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। इस पर कस्बे वासियों ने पुनः ज्ञापन सौंपकर रेलवे से संबंधित सुविधाओं की मांग की।इस अवसर पर पार्षद अशोक कुमावत, अमित शर्मा, कैलाश कुमावत, पंकज गर्ग, राजेश कोरखन्या, विष्णु चुलेट, गणेश राम यादव, रामजीलाल जांगिड़, विजय, फखरुद्दीन अगवान सहित सैकड़ों व्यापारी मौजूद थे।