भाजपा प्रदर्शन में नाराज़ हुईं पूर्व सीएम वसुंधरा
मंच पर चढ़ने से किया मना
जयपुर,[प्रदीप सैनी ] राजस्थान भाजपा की ओर से नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में हुए प्रदर्शन के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे नाराज़ हो गईं। नौबत तो यहां तक आ गई कि प्रदर्शन के दौरान हुई सभा के लिए बनाये गए मंच पर बैठने तक को उन्होंने मना कर दिया। बाद में प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और अन्य वरिष्ठ नेताओं की मनुहार और मान-मनव्वल पर राजे मानीं और मंच पर चढ़ी।
…इसलिए हुईं नाराज़
दरअसल, नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में हुए प्रदर्शन के लिए तैयार हुए बैनर्स-पोस्टर्स में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का नाम और फोटो सभी कुछ नदारद थी। बताया जा रहा है कि ये देखकर वसुंधरा राजे भड़क गईं। जब मंच पर चढ़ने का वक्त आया तब राजे ने मना कर दिया।होर्डिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया की तस्वीर ही चस्पा थी।
-मान-मनव्वल के बाद मानी
राजे की नाराज़गी देखकर प्रदेश अध्यक्ष पूनिया सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं ने मंच पर चढ़ने के लिए मनाया। काफी मान मनव्वल के बाद वे मानी और मंच पर चढ़ी।
-पैदल मार्च निकालकर जताया विरोध
इससे पहले नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में राजस्थान भाजपा ने पैदल मार्च निकालकर प्रदर्शन किया। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में बड़ी संख्या में पहुंचे कार्यकर्ताओं ने गवर्नमेंट हॉस्टल स्थित शहीद स्मारक से सिविल लाइन्स फाटक तक पैदल मार्च किया।।
-प्रदर्शन में दिखी नेताओं की एकजुटता
पैदल मार्च में केन्द्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद, भाजपा की उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, विधानसभा में प्रतिपक्ष नेता गुलाब चंद कटारिया, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां, पार्टी के प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना, प्रतिपक्ष उपनेता राजेन्द्र सिंह राठौड़, सांसद किरोड़ी लाल मीणा, पूर्व मंत्री अरुण चतुवेर्दी एवं वासुदेव देवनानी तथा कई विधायक, भाजपा नेता एवं पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता शामिल हुए।पैदल मार्च से पहले भाजपा नेता-कार्यकर्ता शहीद स्मारक पर एकत्रित हुए। वहां शहीदों को पुष्पाजंलि अर्पित कर पैदल मार्च की शुरुआत हुई। पैदल मार्च चौमू हाउस सर्किल होते हुए सिविल लाइंस फाटक पहुंचा जहां धरना-प्रदर्शन सभा में तब्दील हो गया।
-ये बोलीं राजे
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपने संबोधन में कहा कि केंद्र सरकार ये बिल बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में प्रताड़ित हुए लोगों के लिए लाई है। मैंने भी करीब से देखा है, जोधपुर में विस्थापितों से मुलाकात की है। उनकी बात और दर्द सुनकर आंखों से आंसू आ जाते थे। वहां से यहां आने के बाद भी नागरिता के बिना उनको सुविधाएं नहीं मिलती थी। हमने उस समय पीएम अटलबिहारी वाजपेयी से मिलकर उनको सुविधाएं मुहैया कराने का काम किया था। शार्ट टर्म वीजा को लांग टर्म में कन्वर्ट करने का काम किया था।