गांगियासर गांव के
झुंझुनू, वन विभाग के उपवन संरक्षक के पद पर कार्यरत राजेन्द्र कुमार हुड्डा का भारतीय वन सेवा में सलेक्सन हुआ है। वर्तमान में हुड्डा राजस्थान फोरेस्ट सर्विस के तहत कार्यरत है और उनके उत्कृष्ठ कार्य को देखते हुए सरकार ने उनका सलेक्सन भारतीय वन सेवा में कर दिया है। फतेहपुर शेखावाटी के गांगियासर गांव के रहने वाले हुड्डा ने सीकर और झुंझुनू में पदस्थापित रहते हुए कई महत्वपूर्ण एवं विकास के कार्य करवाए है। फोरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया की 2019 की रिपोर्ट के अनुसार झुंझुनुू जिले में 4.77 वर्ग किमी क्षेत्राफल में ग्रीन कवर बढा है, जिसके लिए हुड्डा के प्रयास सराहनीय रहे। झुंझुनू जिले में जुलाई 2018 से पदास्थापित होने के बाद हुड्डा ने यहा स्थित बीड में अतिक्रमण हटाकर हिरणध्वन्य जीवों के लिए विकसित किया गया। 10 वर्षीय योजना राज्य सरकार से स्वीकृत करवाई जिसमें दीवार निर्माण, औषधीय पौधों की नर्सरी, वृक्षारोपण, जल संरक्षण संरचनाएं, व चटवर, गंदे पानी के शुद्ध कर पौधों के काम में लेना, वन्य जीवों के लिए घास उत्पादन इत्यादि के कार्य प्रारम्भ किये। जिले में मनसा माता मंदिर उदयपुरवाटी क्षेत्रा को वन्य जीवों के लिए संरक्षित क्षेत्रा घोषित करवाया। खेतडी-बांसियाल वन क्षेत्रा में बधेरों के सरंक्षण कर बघेरों की आबादी बढाने की कार्ययोजना तैयार करवाकर खेतड़ी क्षेत्रा में ट्यूरिज्म को बढावा दिलवाने का कार्य करवाया गया। हुड्डा की पत्नी राजस्थान न्यायिक सेवा में अधिकारी है। उन्होंने सीकर में स्मृति वन पार्क एवं हर्ष पर्वत को ईको ट्यूरिज्म के तहत विकसित करवाया। सीकर पदस्थापन के दौरान वे मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन योजना के तहत माननीय मुख्यमंत्राी महोदय से तथा गणतंत्रा दिवस पर वन विभाग की झांकी को प्रथम पुरस्कार प्राप्त होने पर प्रभारी मंत्राी एवं जिला कलक्टर से सम्मानित हो चुके है।