सोमवार से फिर शुरू होंगे काम
झुंझुनूं, लोक डाउन के कारण बन्द हो चुके महात्मा गांधी नरेगा सहित ग्रामीण विकास की अन्य योजनाओं के काम सोमवार से फिर शुरू होंगे। भारत सरकार कर ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा जारी गाईड लाइन में स्पष्ट किया गया है कि लॉक डाउन के दौरान भी ग्रामीण स्वच्छता, सिंचाई तथा खेती से सम्बंधित कार्यों पर सोशल डिस्टेन्स को ध्यान में रखते हुए श्रमिकों को लगाया जा सकता है। जिले में लॉक डाउन से पहले मार्च के प्रथम पखवाड़े में केवल नरेगा में 20 हजार से ज्यादा श्रमिक नियोजित थे, परन्तु लोक डाउन के कारण अप्रैल के प्रथम पखवाड़े में काम मांगने वाले लोगों की संख्या एक हजार से भी कम हो गई थी। भारत सरकार की गाइडलाइंस तथा उपमुख्यमंत्री द्वारा शुक्रवार को विडियो कॉन्फ्रेंस में दिये गये निर्देशों के बाद जिला परिषद के सीईओ रामनिवास जाट ने सभी ग्राम पंचायतों को अनिवार्य रूप से श्रमिकों को काम देने के निर्देश दिये है। जारी निर्देशों के तहत कच्चे तथा व्यक्तिगत कामों पर अलग अलग जगह पर श्रमिक लगाये जावें तथा प्रत्येक व्यक्ति के कार्य की अलग माप की जायेगी। उल्लेखनीय है कि भारत सरकार ने 1 अप्रैल से नरेगा श्रमिकों की दैनिक मजदूरी 199 से बढ़ाकर 220 रुपये कर दी है। नरेगा में मजदूरी तथा सामग्री पर खर्च करने की पंचायतों पर कोई सीमा नही है। अन्य योजनाओं में निर्धारित बजट उपलब्ध नही होने पर पंचायतों द्वारा विकास कार्य करवाने के लिये नरेगा ही एक मात्र विकल्प बचा है। सीईओ जाट के मुताबिक अगले एक माह में वृक्षारोपण, मेड़बंदी, टांका निर्माण, पशुशेड, चारागाह विकास आदि कार्यो के लिए जिले में एक हजार नये काम स्वीकृत किये जायेंगे, जिन पर 100 करोड़ से अधिक की राशि खर्च होगी।