महात्मा गांधी नरेगा योजना में
झुंझुनूं, महात्मा गांधी नरेगा योजना में जिले में एक साथ ज्यादा संख्या में काम शुरू होने के कारण कार्यस्थलों पर अत्यधिक संख्या में श्रमिकों की भीड़ इक्कठी होनी शुरू हो गई है। पंचायती राज संस्थाओं के अधिकारियों के लिये अप्रत्याशित भीड़ को अलग अलग टास्क देना तथा इनसे काम लेना मुश्किल होता जा रहा है। जोहड़ खुदाई के कार्यो पर एक साथ सेंकडों श्रमिक लगाकर लोगों को संतुष्ट करने के प्रयास किये जा रहे हैं, परन्तु कुछ लोगों द्वारा बिल्कुल काम नही कर केवल हाजिरी दर्ज करवाने के इरादे से कार्यस्थलों पर अव्यवस्था शुरू कर दी है। मेटों द्वारा फर्जी हाजिरी लिखने, माप में भेदभाव करने तथा कुछ लोगों की टास्क जानबूझकर कम दर्ज करने की शिकायतें जिला स्तर पर आ रही है। नरेगा के दैनिक मजदूरी 220 रुपये होने के बावजूद 100 रुपये से भी कम मजदूरी दर्ज करने की शिकायतों के मद्देनजर जिला परिषद के सीईओ रामनिवास जाट द्वारा जिले की 32 ग्राम पंचायतों के 36 कार्यों का प्रतिदिन निरीक्षण कर काम मे सुधार न होने पर ऐसे कार्य बन्द कर देने की चेतावनी दी गई है।जिले के खेतड़ी, सूरजगढ़, बुहाना व झुंझुनूं ब्लॉक की 32 ग्राम पंचायतों में टास्क 40 प्रतिशत से भी कम होने पर इनके मेट, सचिवों तथा तकनीकी अधिकारियों की भूमिका की जांच करने तथा काम नही करने पर ऐसे काम बंद करने के जाट द्वारा निर्देश दिए गए हैं।