जिला कलेक्टर यज्ञ मित्र सिंहदेव ने बताया
सीकर, महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत कार्यों के गुणवत्तापूर्ण सम्पादन, नियोजित श्रमिकों को कार्यस्थल पर समय पर उपस्थित होने के लिए जागरूक करने, भीषण गर्मी को देखते हुए श्रमिकों को लेआउट देकर प्रातः 11 बजे तक कार्य पूर्ण करने के लिए प्रेरित करने, श्रमिकों को पूर्ण मजदूरी मिले इस के लिए टास्क के अनुसार कार्य करने के लिए जानकारी देने, गांवों में उपयोगी सम्पतियों के सृजन एवं कोविड-19 महामारी के सम्बंध में सुरक्षा उपाय अपनाने, श्रमिकों को जागरूक करने के लिए आज 19 जून 2020 को सम्पूर्ण राज्य में जिला स्तर एवं पंचायत समिति स्तर के प्रशासनिक व तकनीकी अधिकारियों से कार्यों का औचक निरीक्षण करवाया गया। जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला कलेक्टर यज्ञ मित्र सिंहदेव ने बताया कि जिला स्तर से 23 टीमों का गठन कर प्रातः 5.30 बजे ही निरीक्षण दलों को रवाना किया गया, जिनके द्वारा 136 कार्यों का निरीक्षण किया गया व पंचायत समिति स्तर से 134 दलों द्वारा 678 कार्यों का निरीक्षण किया गया। इस प्रकार कुल 157 टीमों द्वारा 814 कार्यों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण पश्चात् जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक का आयोजन कर सांय 3.00 बजे फीडबैक लिया गया। निरीक्षण दलों द्वारा गांवों के करवाये जा रहे कार्यों की उपयोगिता, गुणवत्ता व श्रमिकों के नियोजन के सम्बंध में फीडबैक लेकर पाई गई कमियों व महत्वपूर्ण सुझाव दिये गये। मुख्य कार्यकारी अधिकारी जे.पी. बुनकर ने बताया कि निरीक्षण दलों से प्राप्त फीडबैक व सुझाव राज्य सरकार को भिजवा दिये गये हैं। अधिकांश अधिकारियों द्वारा निरीक्षण में श्रमिकों द्वारा टास्क कम आने व कार्य का समय कम करने की मांग की गई, इस के लिए श्रमिकों को टास्क के अनुसार कार्य करने एवं कोविड-19 महामारी में सावधानी रखने की जानकारी दी गई। अधिशाषी अभियन्ता विनोद दाधीच के अनुसार अधिकारियों के निरीक्षण से योजना के प्रभावी क्रियान्वयन व कोविड-19 की महामारी के दौरान स्थानीय व प्रवासी श्रमिकों को त्वरित रोजगार दिलाना, समय पर मजदूरी का भुगतान करवाना, ग्रामों में उच्च गुणवत्ता के कार्य करवाने तथा गांवों की आधारभूत संरचना विकसित करने का कार्य हो सकेगा।