कोरोना काल के दौरान भी लगातार जारी रखी चिकित्सा सेवाएं
दांतारामगढ़(लिखासिंह सैनी) कोविड-19 के दौरान लॉकडाउन में सरकार के आदेश के बाद सभी निजी अस्पताल और सरकारी अस्पतालों में सामान्य 4 सेवाएं बंद कर दी गई थी लेकिन दांता कस्बे में स्थित श्री भैरव दत्त खेतान चैरिटेबल होम्योपैथिक औषधालय में डॉ. शैलेंद्र नाथ बागची व इनकी धर्मपत्नी डॉ. श्रीमती शिखा भट्टाचार्य व सहायक कंपाउंडर हरिप्रसाद जाखड़ द्वारा कोरोना काल में भी अपनी जान की परवाह किए बगैर आमजन की सेवा में होम्योपैथिक चिकित्सा सेवाएं जारी रखकर साबित कर दिया कि चिकित्सक का पहला धर्म आमजन की सेवा है। आपको बता दें कि श्री भैरव दत्त खेतान द्वारा 1995 में डॉ. शैलेंद्र नाथ बागची डॉ. श्रीमती शिखा भट्टाचार्य दांता में होम्योपैथिक चिकित्सालय खोल कर यहां पर लेकर आए थे तब से लेकर आज तक इनके द्वारा मरीजों का इलाज किया जा रहा है डॉ. बागची ने बताया कि सेठ श्री भैरव दत्त खेतान ट्रस्ट द्वारा दवाइयां उपलब्ध करवाई जा रही है और मात्र 30 की फीस लेकर मरीजों का उपचार किया जा रहा है उन्होंने बताया कि यहां पर हर प्रकार के रोग से ग्रसित मरीज दिखाने के लिए आते हैं जिम में चर्म रोग, शुगर ब्लड प्रेशर, पथरी अन्य बीमारियों के प्रतिदिन औसतन 100 मरीज दिखाने के लिए आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना काल में जब सब कुछ बंद था यहां तक कि निजी अस्पताल और सरकारी अस्पतालों मेंं भी केवल कोविड-19 से संबंधित गतिविधियां ही सुचारू हो रखी थी तब इनके द्वारा होम्योपैथिक औषधालय में मरीजों को उपचार दिया जा रहा था और उसने सोशल डिस्टेंसिंग व सभी नियमों की पालना करवाते हुए मरीज देखे जा रहे थे। अब सरकार द्वारा लॉकडाउन को खोलनेे की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है तब मरीजों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। इनके पास दांता कस्बे से ही नहीं बल्कि राजस्थान के कई जिलोंं से मरीज उपचार के लिए आते हैं और उनका सफल इलाज किया जाता है।