संपूर्ण उदयपुरवाटी पालिका क्षेत्र के सभी प्रतिष्ठान कल रहेंगे बंद
उदयपुरवाटी जिला बनाओ संघर्ष समिति का किया गठन
उदयपुरवाटी, [कैलाश बबेरवाल ] अभी तक उदयपुरवाटी विधानसभा क्षेत्र के कुछ ग्राम पंचायते झुंझुनू जिले में रहने की ही मांग करती आ रही थी लेकिन अब इस मामले में एक नया मोड़ आ गया है। आज उदयपुरवाटी को ही जिला बनाने की मांग उठ खड़ी हुई है। कस्बे के बस स्टैंड स्थित अग्रसेन विश्राम गृह में सर्व समाज की बैठक का आयोजन पार्षद राजेंद्र मारवाल की अध्यक्षता में किया गया। जिसमें सर्व समाज के लोगों ने उदयपुरवाटी जिला बनाओ संघर्ष समिति का गठन कर सर्व समाज के लोगों ने अपने-अपने विचार रखते हुए तन मन धन से सहयोग कर उदयपुरवाटी को जिला बनाने की मांग की है। साथ ही सर्व समाज के जनप्रतिनिधियों का कहना है कि उदयपुरवाटी उपखंड के किसी भी सूरत में टुकड़े नहीं होने दिया जाएगा। यदि बलिदान भी देना पड़े तो उसके लिए भी तैयार है। उदयपुरवाटी को अलग-अलग टुकड़ों में विभाजित नहीं करते जिला बनाया जाए। प्रदेश की सरकार के द्वारा वर्तमान में 10 से 15 और नए जिले बनाए जा रहे हैं।
उन्ही में उदयपुरवाटी को भी नए जिले में शामिल किया जाए। जिसके लिए मंगलवार को 11:00 बजे चुंगी नंबर 3 पर सर्वे समाज के हजारों लोग एकत्रित होकर बड़ी रैली के रूप में एसडीएम कार्यालय पहुंचेंगे। जहां पर मुख्यमंत्री के नाम जिला बनाओ संघर्ष समिति के पदाधिकारियों के नेतृत्व में उपखंड अधिकारी को ज्ञापन दिया जाएगा। जिला बनाओ संघर्ष समिति की बैठक के दौरान पालिका चेयरमैन रामनिवास सैनी, पालिका नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र ढ़ेनवाल, पार्षद घनश्याम स्वामी, पार्षद अजय तसीड़, पार्षद संदीप सोनी, पार्षद शिवदयाल स्वामी, पार्षद गौतम मारवाल, पार्षद तेजस छिंपा, पार्षद प्रतिनिधि येतेंद्र सैनी, पार्षद श्याम लाल सैनी, पार्षद माहिर खान, पार्षद प्रतिनिधि अमित अली कच्छावा, वैद्य डॉक्टर राकेश शर्मा, एडवोकेट श्रवण सैनी, एडवोकेट लक्ष्मण सैनी, एडवोकेट श्रीराम सैनी, एडवोकेट हंसराज कबीर, नितेश सैनी, अमित पुरोहित, केसर देव सैनी, पवन कुमावत, राहुल चेजारा, रवि सैनी, छापोली से किशोर कुमार सैनी, संदीप शर्मा, बाबू लुहार, धनाराम सैनी, हरिप्रसाद दाधीच, संदीप शर्मा, नाँगल से पवन सैनी, योगेंद्र सैनी, बागोरा से रामलाल सैनी आदि संबोधित करते हुए जिला बनाने की पुरजोर मांग की है। जिला बनाओ संघर्ष समिति की बैठक के दौरान सैकड़ों सर्व समाज के लोग मौजूद थे।