कोचिंग विद्यार्थियों को मानसिक संबल एवं सुरक्षा प्रदान करने के लिए मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय कोचिंग संस्थान निगरानी समिति की बैठक आयोजित हुई
सीकर, जिला कलेक्टर डॉ. अमित यादव की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय कोचिंग संस्थान निगरानी समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिले में संचालित कोचिंग संस्थानों पर प्रभावी नियंत्रण तथा इसमें अध्यनरत विद्यार्थियों को मानसिक संबल एवं सुरक्षा प्रदान करने के लिए कोचिंग संस्थानों एवं संबंधित अधिकारियों के लिए दिशा निर्देश दिए गए। जिला कलेक्टर डॉ. यादव ने पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि शहर में डीजे और लाउडस्पीकर पर पाबंदी के दिशा निर्देशों की पूर्ण पालना करें तथा नशा संबंधी गतिविधियों की लगातार मॉनिटरिंग करें तथा सभी बच्चों के साथ-साथ हॉस्टल में काम करने वाले कार्मिकों का पुलिस वेरिफिकेशन करवाना सुनिश्चित करें।
जिला कलेक्टर डॉ यादव ने समस्त कोचिंग संस्थानों के प्रतिनिधियों को निर्देशित किया कि उनकी कोचिंग में बच्चों की काउंसलिंग से संबंधित डिटेल सीएमएचओ ऑफिस को उपलब्ध करवाई जाए। कोचिंग में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को मानसिक संबल प्रदान करने के लिए प्लांटेशन ड्राइव शुरू की जाए तथा प्रत्येक विद्यार्थी से एक पौधा लगवाया जाए। पिपराली रोड पर नगर परिषद के चल रहे निर्माण कार्य 30 मई तक पूर्ण होने चाहिए अगर नहीं होते हैं तो चार्जसीट दी जाएगी। शहर में प्रवेश करने वाले बाहरी वाहनों के संबंध में यातायात की मीटिंग बुलाकर उनका प्रवेश निषेध किया जाए। 20 से अधिक की संख्या वाले हॉस्टल में स्ट्रिक्टली फायर सेफ्टी स्टैंडर्ड्स को फॉलो किया जाए। नगर परिषद शहर से अवैध पोस्टर और होर्डिंग्स को हटाए तथा जहां भी अवैध साइट किसी ने बना रखी है वहां पर मालिक से एफिडेविट लिया जाए कि अगर किसी भी तरह की दुर्घटना होती है तो वह जिम्मेदार होंगे तथा ऐसी साइट्स को नंबरिंग सिस्टम दिया जाए ताकि उनकी इफेक्टिव मॉनिटरिंग हो सके तथा ऐसा नहीं करने वालों के खिलाफ संपत्ति विरूपण के अंतर्गत केस दर्ज किया जाए। कहीं भी कोई नशीला पदार्थ बेचता हुआ पाया जाता है तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। स्वास्थ्य विभाग छात्रावासों के खाने की गुणवत्ता अच्छी सुनिश्चित करने के लिए लगातार टेस्टिंग करते रहे। समस्त कोचिंग संस्थानों में समाधान पेटिका होनी चाहिए ताकि वहां पढ़ाई कर रहे विद्यार्थी अपनी समस्याओं से संबंधित चिट्ठी वहां रख सके और संबंधित अधिकारी उसको पढ़कर आवश्यक कार्यवाही कर सके।
बैठक में दिए गए दिशा—निर्देशों के अनुसार कोचिंग संस्थान अपने विज्ञापनों में मिथ्या प्रचार—प्रसार और जूठे दावे न करें अपने ब्रोकर्स में सफलता दर एवं सिलेक्शन की गारंटी नहीं है तथा सरल एंट्री एग्जिट पॉलिसी और रिफंड के बारे में जानकारी निश्चित रूप से प्रकाशित करें। बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर राकेश कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामचंद्र मुंड, सीएमएचओ डॉ. निर्मल सिंह, सहायक निदेशक प्रशासनिक सुधार विभाग राकेश कुमार लाटा, डीएसओ कपिल, यूआईटी सचिव राजपाल यादव सहित निगरानी समिति के सभी सदस्य तथा शहर की कोचिंग संस्थानों के प्रतिनिधि एवं मीडिया कर्मी बैठक में उपस्थित रहे।