अतिवृष्टि के मध्येनजर जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने दिए अधिकारियों को समुचित इंतजाम के निर्देश,
बिना अनुमति मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे अधिकारी-कर्मचारी
चूरू,[सुभाष प्रजापत ] जिले में 16 एवं 17 जून को भारी बारिश की चेतावनी के मध्येनजर जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष गठित कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही सभी अधिकारियों, कर्मचारियों को जिला कलक्टर की अनुमति के बिना मुख्यालय नहीं छोड़ने के लिए कहा गया है। जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने इंदिरा गांधी नहर परियोजना तथा जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को बाढ़ नियन्त्रण कक्ष स्थापित करने के साथ-साथ बाढ़ या जलभराव की आशंका को देखते हुए कार्ययोजना बनाने, उपलब्ध वायरलैस सैटों को कार्यशील रखने, तथा नावों, रक्षा पेटियाें, रस्सों, मशालों, टॉर्र्च की व्यवस्था, जिले में उपलब्ध संसाधनों को चिन्हित कर उनकी आवश्यकता होने पर तत्काल भेजने की व्यवस्था, गैर सरकारी संगठनों की पहचान कर उनके पास उपलब्ध संसाधन के उपयोग की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही वर्षाकाल में, नहरों, बांधों, तालाबों आदि पर निरन्तर भ्रमण करते हुए आने वाले संकट के विषय में अग्रिम चेतावनी देने के निर्देश दिए हैं।
जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने मौसम विभाग के प्रभारी अधिकारी को स्थाई नियंत्रण कक्ष संचालित करने तथा आवश्यक सूचनाएं प्रेषित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को वर्षाकाल में नियंत्रण कक्ष स्थापित करने के साथ-साथ निचले क्षेत्रों का पानी निकालने हेतु पम्प सैटों की व्यवस्था सुनिश्चित करने, ज्यादा बाढ़ की संभावना पर व्यापक संख्या में पंप सेटों की व्यवस्था रखने, पेयजल की व्यवस्था एवं पेयजल स्त्रेतों के क्लोरीफिकेशन की समुचित व्यवस्था करने की व्यवस्था के निर्देश दिए हैं।
जिला कलक्टर ने जिला रसद अधिकारी को उचित मूल्य की दुकानों पर गेहूं, केरोसिन, अन्य खाद्य सामग्री के भण्डारण, उसके वितरण की व्यवस्था एवं वितरण के स्थान का उल्लेख आदि सूचनाओं की पारदर्शिता के साथ-साथ उनकी उपलब्धता की व्यवस्था के निर्देश दिए हैं।
जिला कलक्टर ने सभी नगर निकायों को निर्देश दिए हैं कि निचले स्तर से प्रभावित व्यक्तियों, बस्तियों को ऊंचे क्षेत्रों में अस्थायी रूप से रहने हेतु वहां स्थित धर्मशाला, सार्वजनिक स्थल आदि को चिन्हित करें। एकत्रित पानी को निकालने के लिए पम्प सैटों एवं मड पम्पों का प्रबन्ध करें। मृत पशुओं, मलबा, कचरा आदि को हटाने एवं सुरक्षात्मक स्वास्थ्य उपाय, कटे हुए फलों और सब्जियों को खुले में विक्रय पर प्रतिबन्ध आदि की व्यवस्था करवाएं।
जिला कलक्टर ने सीएमएचओ से कहा है कि बाढ़ के दौरान जीवन रक्षक दवाओं आवश्यकता अनुसार व्यवस्था रहे। मोबाईल चिकित्सा दल के गठन करें। बाढ़ तथा उसके बाद फैलने वाली बीमारियों जैसे- हैजा, पीलिया, मलेरिया त्वचा सम्बन्धी बीमारियों, फूड पॉइजनिंग आदि के इलाज हेतु पर्याप्त मात्र मे दवाइयां उपलब्ध रखें।
जिला कलक्टर ने बीएसएनएल से कहा है कि जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष का टॉल फ्री नम्बर 1077 लगातार चालू रहे तथा आपदा की स्थिति मे भी संचार व्यवस्था अबाधित रखने की व्यवस्था करें। आवश्यकता होने पर मोबाईल टॉवर्स स्थापित करने का प्रबंध किया जाए। उन्होंने मुख्य डाकघर अधीक्षक को इस दौरान टेलीग्राम एवं पोस्टल व्यवस्था हेतु विशेष व्यवस्था के लिए कहा है।
उन्होंने इस दौरान होमगार्ड एवं आर.ए.सी की प्रशिक्षित एवं अन्य कम्पनियां तैयार रखे जाने, पर्याप्त मात्रा में तैराक तथा गोताखारों की उपलब्धता सुनिश्चित करने, पर्याप्त जीवन रक्षक यंत्रों जैकिट, रस्से, टॉर्च, संचार तंत्र, कानून व्यवस्था इत्यादि की उपलब्धता सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए हैं।
जिला कलक्टर ने जोधपुर डिस्कॉम अधिकारियों से कहा है कि बाढ की स्थिति होने पर विद्युत व्यवस्था को सुचारू रखने हेतु आवश्यक उपकरण पोल, कण्डक्टर आदि की व्यवस्था करें। यदि कहीं पर ट्रान्सफॉर्मर जमीन पर पडे हैं तो उन्हे डी.पी. पर रखवाया जाए। ढीले तारोें को कसा जाये एवं कनेक्शनों को टाईट किया जाए।
उन्होंने पशुओं के इलाज के लिए दवाइयों की समुचित व्यवस्था रखने, बारिश से गिर सकने की आशंका वाले भवनों को चिन्हित कर आवश्यक कार्यवाही करने, संभावित खतरों वाले रपट, पुलियाओं पर लोहे की जंजीर की व्यवस्था करने तथा साइन बोर्ड लगवाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही सभी अधिकारियों, कर्मचारियों को जिला कलक्टर की अनुमति के बिना मुख्यालय नहीं छोड़ने तथा वांछित विभागीय सामग्री के संपर्क में रहने के निर्देश दिए हैं। सभी विभागों को की गई तैयारियों की सूचना जिला कार्यालय भिजवाने के लिए कहा गया है।