सीकर, चाईल्ड लाईन सीकर जिला समन्वयक राहुल दानोदिया ने बताया कि चाईल्ड लाईन 1098 सीकर पर चुडी कारखाने में नाबालिग बच्चों के बालश्रम करने की शिकायत प्राप्त हुई, जिस पर चाईल्ड लाईन सीकर टीम ने लगातार सुबह और शाम कारखाने के बाहर रेकी की तो कारखाने में बच्चे आते-जाते हुए नही मिले। उन्होंने बताया कि 20 जून 2023 को टीम कारखाने के अन्दर चुडी खरीदने के बहाने गई, वहां पर 6 से 7 बच्चे जोखिम भरे कार्यों में बालश्रम करते हुए पाये गये। चाईल्ड लाईन सीकर टीम ने बच्चों की बालश्रम करते हुए रिकॉडिंग की। चाईल्ड लाईन सीकर टीम ने टास्क फॉर्स टीम के साथ मानव तस्करी विरोधी इकाई, श्रम विभाग व बाल कल्याण समिति से समन्वय स्थापित कर चुडी कारखाने में बालश्रम कर रहे बच्चों की जानकारी देकर पुलिस अधीक्षक सीकर द्वारा चलाये गये बालश्रम रेस्क्यू उमंग -2 अभियान के तहतह टास्क फॉर्स की संयुक्त टीम ने मिलकर गुलाबजी कोठी के पास मोचीवाडा रोड सीकर पर स्थित चुडी कारखाने में बालश्रम करते हुए सात बच्चों को बालश्रम से मुक्त करवाया। बच्चे जोखिम भरे कार्यों में काम कर रहे थे। ठेकेदार मोहम्मद ग्यास के द्वारा बच्चों को बिहार के पूर्णिया जिले से बंधुवा मजदूरी के लिए कारखाने में लाया गया और वहीं पर बच्चे रहते थे तथा बच्चों से रात को 3 बजे तक 1 दिन में 15 घण्टे काम करवाया जा रहा था। कारखाने के मालिक उमरदीन के खिलाफ कोतवाली थाने सीकर में मुकदमा दर्ज करवाया गया। बच्चों की उम्र 9 से 16 वर्ष है। टीम ने बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण करवा कर बाल कल्याण समिति की सदस्य रीना त्रिहन के समक्ष पेश किया गया। बाल कल्याण समिति के आदेशानुसार बच्चों को परमार्थ व कस्तुरबा सेवा संस्थान में प्रवेश दिलवाया गया। टीम में मौजूद सदस्य राकेश चिरानिया, विनिता वर्मा , महिपाल, सुनिता, मानव तस्करी विरोधी इकाई से प्रभारी बिमला बुडानिया, चिरंजीलाल , नेमीचंद , श्रम विभाग से फूलचंद आदि मौजूद थे। इसी प्रकार चाईल्ड लाईन 1098 सीकर टीम ने जीणमाता थाने के साथ समन्वय कर जीणमाता मंदिर क्षेत्र में दो बच्चों को भिक्षावृति से मुक्त करवाया गया।