बाघोली, पौंख के हैंड कॉन्सटेबल सुरेन्द्र मीणा की बीकानेर में 26 जुलाई की रात्रि को मुख्यमंत्री वंसुधरा की तैयारी में आँन डयूटी पर जाते समय बाईक से सांड की टक्कर लगने से गंभीर घायल हो गया था। घायल का जयपुर में ईलाज के दौरान बुधवार देर रात्रि को मोत हो गई। गुरूवार सुबह हैड कॉन्सटेबल सुरेन्द्र मीणा का शव आते ही गांव में कोहराम मच गया। परिजन शव देखकर बिलख पड़े। बीकानेर से पार्थिव देह के साथ ही थानाधिकारी सुमेरसिंह, एसआई विजय सिंह सहीत 40 पुलिस के जवान पहुँचे। पौंख गांव में गुरूवार को मृतक सुरेन्द्र मीणा का अंतिम संस्कार किया गया। साथ में आये थानाधिकरी ने बताया कि बीकानेर में 27 जुलाई को होने वाले सीएम के कार्यक्रम में पहले दिन ही सुरेन्द्र की ट्रैफिक थाने मे डयूटी लगा रखी थी। सुरेन्द्र पहले दिन ही रात्रि को बाईक से डयूटी पर जा रहा था। रास्ते में सांड की टक्कर लगने से गंभीर घायल हो गया। बीकानेर अस्पताल में लाया गया। स्थिती गंभीर होने से फोर्टिस अस्पताल जयपुर में भर्ती करवाया गया। लेकिन पांच दिन तक कोमा में रहने के बाद भी नही बच पाये। सुरेन्द्र मीणा 15 साल पहले राजस्थान पुलिस में भर्ती हुऐ थे। भर्ती होने के बाद से ही बीकानेर में तैनात रहे है। मीणा के दो लडक़ी है बड़ी लडक़ी हिमांशु 10 वर्ष व ईशु चार वर्ष की है। अपने पिता का शव देखकर लडक़ी व उनकी माँ रो-रो कर बेहोश हो गई। अंतिम संस्कार में मीणा समाज के तहसील अध्यक्ष हजारीलाल मीणा, छात्र महा सभा के जिलाध्यक्ष ब्रहदत मीणा, सरपंच घासीराम सैनी, पूर्व सरपंच रामदेव स्वामी, किशन शर्मा, महेन्द कुमार, पंकज कुमार, विकास जागिड़ सहीत सेकड़ौ की तादात में लोग शामिल हुए।