आरटीआई कार्यकर्ता और कांग्रेस नेता यशवर्धन सिंह शेखावत ने प्रेस वार्ता रखा एमओयू
झुंझुनू, शेखावाटी क्षेत्र में इस लोकसभा चुनाव में नहर बड़ा मुद्दा रहने वाला है जिसके चलते झुंझुनू जिले की कई ग्राम पंचायतो ने नहर का पानी नहीं तो वोट नहीं को लेकर जहां मोर्चा खोल दिया है और उससे भी बड़ी बात चुनाव के बहिष्कार की घोषणा तक कर डाली है। बार-बार मांगने पर भी भाजपा एम ओ यू को सार्वजनिक नहीं कर पाई। वहीं आरटीआई कार्यकर्ता यशवर्धन सिंह शेखावत ने आज एमओयू को लेकर बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि इन लोगों ने राजनीतिक लाभ के लिए एमओयू को छुपाने का कार्य किया है। इस एमओयू में मूल समझौते का उल्लंघन किया गया है और इन्होंने हरियाणा के आगे आत्म समर्पण कर दिया है। एमओयू में लिखा हुआ है कि पहले हरियाणा की पूर्ति होगी उसके बाद में जो पानी बचेगा वह राजस्थान को दिया जाएगा। हमारी इस मामले को लेकर मूल आपत्ति यही है। इन्होंने इस एमओयू में हरियाणा को मलिक मान लिया है जबकि केंद्रीय जल आयोग इसमें मालिक है और हमारे मुख्यमंत्री ने हरियाणा के आगे आत्म समर्पण कर दिया है। राजस्थान के मुख्यमंत्री ने झुंझुनू जिले की जनता के साथ अन्याय किया है धोखा किया है। इन्होंने इस एमओयू को कोर्ट, जनता और विपक्षी दल से छुपाया है। हमने अपने सोर्स से 17 फरवरी का यह एमओयू लिया है। इसमें एक लाइन में साफ लिखा हुआ है आफ्टर यूटिलाइजेशन का फुल कैपेसिटी 24 000 क्यूसेक ऑफ़ वेस्टर्न यमुना कैनाल बाय हरियाणा, इसमें 24000 क्यूसेक पानी हरियाणा के लिए कर दिया गया है और जब यह पानी वह इस्तेमाल कर लेगा उसके बाद में जो पानी बचेगा वह राजस्थान को दिया जाएगा। देखिए इस पूरे वीडियो में यमुना नहर के मामले को लेकर माने जाने वाले एक्सपर्ट ने और क्या-क्या खुलासे किए हैं।