झुंझुनूं, श्रीजेजेटी यूनिवर्सिटी में गृह विज्ञान विभाग द्वारा अग्नि रहित भोजन पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। विभाग अध्यक्ष डाॅ सविता सांगवान नई जानकारी देते हुए बताया कि विद्यार्थियों को पाक ज्ञान और कौशल का प्रदर्शन करने का मंच देना एक बेहतरीन प्रयास है। जेटी के प्रेसिडेंट डॉ देवेंद्र सिंह ढुल ने अवसर पर कहां की यूनिवर्सिटी प्रशासन का मकसद हर युवा को आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ उनके रूचि क्षेत्र में निरंतर अच्छे अवसर उपलब्ध करवाना है। आज का युवा तकनीक व प्रौद्योगिकी के कारण दिनचर्या की बहुत सी विधाओं से अंजान है। एक युवा को रचनात्मक बनाना, उनके अंदर की प्रतिभा को बाहर लाना व किसी भी प्रकार की चुनौती का सामना करने के लिए उन्हें तैयार करना वर्तमान समय की मांग है।उन्होंने कहा कि अग्नि रहित भोजन तैयार करने से युवा न केवल डिब्बाबंद भोजन के दुष्प्रभावों से बचने के साथ-साथ परिजनों की मदद करते हुए पौष्टिकता से भरपूर भोजन बना सकते हैं। कार्यशाला संयोजक डाॅ सविता सांगवान ने बताया कि विभिन्न विभागों की 9 टीमों में विद्यार्थियों ने शामिल होकर अपनी रेसिपी तैयार की थी। कार्यशाला की निर्णायक मंडली सदस्य डाॅ विजयमाला, डाॅ नाजिया हुसैन व अंजना शर्मा द्वारा प्रतिभागियों द्वारा तैयार व्यंजन के स्वाद, उसकी कैलोरी व स्वच्छता आदि बिंदुओं पर विचार विमर्श करते हुए पहले, दूसरे व तीसरे स्थान की टीमों का चयन किया गया। इस अवसर पर कुलसचिव डाॅ अजीत कुमार, डाॅ अमन गुप्ता, , डाॅ मनोज गोयल, डाॅ सोनू सारण, कपिल जानु, डाॅ अनंता शाडिल्य, डाॅ तनुश्री, डाॅ केलापति, डाॅ विनीता व डाॅ उषा पारीक, विक्रम कुमार, डाॅ सुषमा मौर्या, डाॅ प्रगति, गीतांजलि गुप्ता, संगीता सांगवान आदि उपस्थित रहे।