चूरू, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री राजेन्द्र राठौड ने कहा है कि अन्नपूर्णा दूध योजना देश की अनूठी एवं अभिनव योजना है जो बच्चों को सेहतमंद बनाकर कुशाग्र बुद्धि का विकास करेगी।ग्रामीण विकास मंत्री सोमवार को जिला मुख्यालय पर शिक्षा विभाग एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में एमडीएम के तहत राजकीय पारख बालिका माध्यमिक विद्यालय में आयोजित जिला स्तरीय अन्नपूर्णा दूध योजना के शुभारंभ समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि ‘‘सेहत का गिलास-हर बच्चे के हाथ’’ कार्यक्रम के तहत राज्य के सभी 66 हजार 506 सरकारी विद्यालयों एवं मदरसों के लगभग 62 लाख बच्चों को सप्ताह में तीन बार दूध पिलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य में शुरू अन्नपूर्णा दूध योजना कुपोषण के विरूद्ध जंग है जो शिक्षा के साथ-साथ बच्चों को सेहतमंद बनायेगी। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में बच्चे दूध का सेवन कर कुशाग्र बुद्धि से शिक्षा ग्रहण कर जीवन में प्रगति की और बढे़ंगे।पंचायती राज मंत्री ने कहा कि राज्य की मुख्यमंत्री की दूरदर्शिता का परिणाम है कि एमडीएम के तहत सरकारी विद्यालयों में बच्चों को पोषक खाने के साथ-साथ दूध पिलाया जायेगा। उन्होंने विद्यालय प्रशासक निगरानी समिति की जिम्मेदारी तय करते हुए कहा कि वे लेक्टोमीटर से दूध की नियमित गुणवत्ता की जाचं करें।ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि इस विद्यालय में 14 नये कमरों के निर्माण एवं सर्वांगिण विकास के लिए एक करोड़ 9 लाख रुपये के प्रस्ताव बनाकर भेजे गये हैं। उन्होंने कहा कि विद्यालय को 10़2 में क्रमोन्नत करने के प्रयास जारी है। उन्होंने कहा कि चूरू जिला शिक्षा के क्षेत्र में राज्य में अपनी श्रेष्ठ पहचान बना रहा है जो हमारे लिए गौरव की बात है।समारोह में ग्रामीण विकास मंत्री ने विद्यालय की तीन छात्राओं को दूध पिलाकर अन्नपूर्णा दूध योजना का शुभारंभ किया।समारोह में जिला प्रमुख हरलाल सहारण ने कहा कि अन्नपूर्णा दूध योजना के तहत जिले की एक हजार 418 सरकारी विद्यालयों एवं मदरसों में बच्चों को अच्छी शिक्षा के साथ-साथ अच्छी सेहत मिलेगी।पंचायती राज (प्रा.शिक्षा) के उप सचिव संजय कुमार शर्मा ने कहा कि बच्चों के लिए दूध सम्पूर्ण आहार है जो बच्चों को कुपोषण से दूर करेगा इसलिए समस्त शिक्षा अधिकारी जिम्मेदारी पूर्वक अन्नपूर्णा दूध योजना की सफल क्रियान्विति कर बच्चों को सेहतमंद बनाएं।जिला कलेक्टर मुक्तानंद अग्रवाल ने कहा कि अन्नपूर्णा दूध योजना के तहत सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत कक्षा एक से 8 तक के बच्चों को दूध पिलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि जिले में संचालित एक हजार 418 विद्यालयों के बच्चों को सप्ताह में तीन दिन पिलाकर सेहतमंद बनाया जायेगा जिससे बच्चों का शारीरिक एवं मानसिक विकास होगा। उन्होंने दूध आपूर्ति एजेंसियों से कहा है कि वे दूध की गुणवत्ता से कोई समझौता न करें।समारोह में बीईईओ संतोष महर्षि ने योजना की जानकारी देते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा बच्चों को सेहत से परिपूर्ण करने के लिए अन्नपूर्णा दूध योजना की शुरूआत की गई है। सभापति विजय कुमार शर्मा ने अभिभावकों से कहा कि वे अपने बच्चों का सरकारी विद्यालयों में अधिकाधिक नामांकन दर्ज करवाकर राज्य सरकार द्वारा संचालित महती योजनाओं का लाभ उठावें।इस अवसर पर उपखण्ड अधिकारी श्वेता कोचर, एसीईओ रामरतन सौंकरिया, शिक्षा विभाग के अधिकारी, ओमप्रकाश सारस्वत, वार्ड पार्षद लिखमीचंद प्रजापत, भामाशाह महेन्द्र पारख, जनप्रतिनिधि, अभिभावक, शिक्षकगण, छात्र-छात्राएं एवं आम नागरिक उपस्थित थे।