चूरू,ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री राजेन्द्र राठौड ने ग्रामीणों से कहा है कि शिक्षा के महत्व को जीवन में अंगीकार करें विकास के रास्ते खुद-ब-खुद खुल जायेंगे।ग्रामीण विकास मंत्री सोमवार को चूरू ब्लॉक के ग्राम ढाढरिया चारणान में राजकीय माध्यमिक विद्यालय के क्रमोन्नत होने पर आयोजित समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि वर्ष 1956 में गांव के इस विद्यालय की नींव रखी गई थी जो जागरुक ग्रामीणों की बदौलत वर्तमान में सीनियर माध्यमिक विद्यालय के रूप में बच्चों को शिक्षा प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा कि गांव के विकास का रास्ता ग्रामीण खुद खालते है, आवश्यकता है कि ग्रामीणजन एकजुट होकर ग्राम्य विकास की योजनाओं को साकार रूप देवें। उन्होंने कहा कि बच्चों को बचपन में मां के बाद विद्यालयों में अच्छे संस्कार प्राप्त होते है अतः अभिभावक अपने बेटे-बेटियों को शिक्षा मंदिर से जोड़कर उनका जीवन संवारें।पंचायती राज मंत्री ने ग्रामीणों एवं विद्यालय प्रशासन की मांग पर विद्यालय के खेल मैदान का समतलीकरण एवं खेल मैदान में ट्रेक निर्माण की घोषणा की तथा विद्यालय में पार्क निर्माण एवं एक कक्षा-कक्ष निर्माण के लिए आश्वासित किया। पंचायती राज मंत्री ने भामाशाह बनवारीलाल जांगिड़ का विद्यालय विकास में किये गये उल्लेखनीय आर्थिक सहयोग के लिए साफा पहनाकर एवं माल्यार्पण कर सम्मान किया। समारोह से पूर्व ग्रामीण विकास मंत्री ने विद्यालय का अवलोकन कर विद्यालय प्रशासन की सराहना की।समारोह में जिला प्रमुख हरलाल सहारण ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ग्राम एवं ग्रामीणों के सर्वांगिण विकास के लिए सड़क, शिक्षा, चिकित्सा सहित अन्य आवश्यक सुविधाओं का प्राथमिकता से विस्तार कर रही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार गांव, गरीब एवं किसान हितैषी सरकार है जो आमजन के कल्याणार्थ कृत संकल्पित है।जिला शिक्षा अधिकारी (मा.शिक्षा) पीतराम काला ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा के क्षेत्र में महत्ती योजनाओं का संचालन कर आमजन को शिक्षित करने के लिए निरंतर प्रयासरत है।इस अवसर पर विक्रम सिंह कोटवाद, जिला परिषद सदस्य महेन्द्र न्यौल, ग्राम सरपंच ओमप्रकाश, शिक्षा विभाग के अधिकारी, संस्था प्रधान, जनप्रतिनिधि, ग्रामीण महिलाएं व पुरूष एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।