डीसी बिजली पॉवर प्लांट बनाने की कवायद में जुटा है अब युवक विकास
रतनगढ़,(सुभाष प्रजापत) जिद, जुनून और जोश को मन में भरकर 18 वर्षीय युवक ने अपना लक्ष्य बनाया और आज इस दिशा में वह सफल भी हुआ है। छोटी उम्र में माता-पिता का साया भी सिर से उठ गया, लेकिन हार नहीं मानी और हौसलों को बुलंद रखा। रतनगढ़ तहसील के गांव सेहला के रहने वाले 18 वर्षीय विकास खोथ ने फिंगर प्रिंट कार सिक्योरिटी सिस्टम बनाकर अपने जीवन को नई दिशा दी है। तकनीकि ज्ञान अर्जित करने का मन में हमेशा से ख्वाब था, लेकिन आर्थिक तंगी ने विकास के विकास की बाधा बन गई और कक्षा 11 में विज्ञान की जगह आर्ट्स सब्जेक्ट लेना पड़ा। पर मन से हार नहीं मानी। करीब एक वर्ष पूर्व उसके ननिहाल में कार चोरी की वारदात हुई, जो उसके मन में घर कर गई और वह इस तरह की वारदात पर अंकुश लगाने की कवायद में जुट गया। उसके बाद सीकर की एक पोलोटेक्निकल कॉलेज में तकनीकि ज्ञान सीखने की आस में अपने भाई के साथ गया। लेकिन इंस्टीट्यूट संचालक ने कहा कि हम आपको फीस के बदले डिग्री दे देंगे, लेकिन तकनीकि ज्ञान कहीं और ही अर्जित करना पड़ेगा। विकास फिर निराश हो गया। कुछ दिन बाद उसे फिर एक आशा की किरण दिखाई दी और वह था इंटरनेट। इंटरनेट के सहारे उसने फिंगर डोर और उसके बाद फिंगरप्रिंट कार सिक्योरिटी सिस्टम बना दिया। विकास ने विकास के पंखों के सहारे फिर से उड़ान भरी और उसका फिंगरप्रिंट सिक्योरिटी सिस्टम वर्तमान में दो कारों में लगा हुआ है, जो सड़क पर सफलता से दौड़ रही है। विकास अब कम खर्च में बिजली पैदा करने के लिए डीसी बिजली पॉवर प्लांट बनाने की कवायद में जुटा हुआ है, लेकिन आर्थिक तंगी इस काम में बाधा बनी हुई है। विकास के परिवार में उसकी वृद्ध दादी व छोटी बहन प्रियंका है तथा खेती के सहारे ही अपनी आजीविका चला रहे हैं।