कोरोना संकट के बाद आने वाले आर्थिक संकट से उबरने के लिए
प्रधानमंत्री एवं मानव संसाधन विकास मंत्रालय को ई-मेल व ट्वीट किया
शिक्षा को उद्योग घोषित करो एवं गरीबों को डी.बी.टी (डाईरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफनर)दो
झुंझुनू, कोरोना महामारी एवं लोकडाउन से उपजे आर्थिक संकट से उबरने के लिए जीवेम चेयरमैन डॉ दिलीप मोदी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मानव संसाधन विकास मंत्री को आज एक ई-मेल लिखकर तथा ट्वीट कर अर्थव्यवस्था सुधारने तथा भारत को आत्म-निर्भर बनाने के लिए 10 सुत्रीय सुझाव प्रेषित किए हैं। दिनांक 14 मई, 2020 को देश के नाम अपने संबोधन में माननीय प्रधानमंत्री द्वारा घोषित आत्म-निर्भर भारत के वक्तव्य को ध्यान में रखते हुए जीवेम चेयरमैन ने ये सुझाव प्रेषित किए हैं। जानकारी देते हुए जीवेम चेयरमैन डॉ दिलीप मोदी ने बताया कि लोकडाउन एवं कोरोना महामारी के इस दौर में विभिन्न परेशानियों एवं चिंताओं के मध्य सबसे बड़ी समस्या एवं चिंता इस महामारी के बाद गिरती हुई अर्थव्यवस्था को संभालने की है। डॉ मोदी ने कहा कि यदि भारत में संपूर्ण शिक्षा व्यवस्था को यदि आत्म निर्भर बनाया जाता है तो देश स्वत: ही आत्म निर्भर बन जाएगा तथा देश की अर्थव्यवस्था को एक नई गति मिलेगी। डॉ मोदी ने अपने सुझावों में लिखा है कि यदि भारत को भविष्य में 5 ट्रीलियन डॉलर की ईकॉनॉमी बनाना है तो प्राईवेट स्कूलों को चैरिटी क्लॉज से मुक्त कर इंडस्ट्री घोषित कर दिया जाना चाहिए तथा कोचिंग इंडस्ट्री की तरह स्वायत्ता दी जानी चाहिए। प्राईवेट स्कूलों को फॉर प्रोफिट चलाने की सुविधा से घरेलु एवं विदेशी निवेशक आकर्षित किए जा सकते हैं तथा शिक्षा में डीजीटल एवं ऑनलाईन एज्युकेशन का समावेश कर अपार रोजगार सृजन किया जा सकता है। डॉ मोदी ने कहा कि भारतीय शिक्षा व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन करके आत्म-निर्भर भारत के सपने को पूरा किया जा सकता है।