जनसंख्या नियंत्रण के लिए गर्भ निरोधक गोलियां के साथ अंतरा इंजेक्शन का उपयोग किया जा सकेगा। इस इंजेक्शन का असर तीन महीने तक रहेगा। इंजेक्शन का कोई साइड इफेक्ट नही है। जो महिलाएं गर्भ निरोधक गोलियां लेने से हिचकती हैं, उन्हें अंतरा इंजेक्शन लगाया जाएगा। सीएमएचओ डॉ.मनोज शर्मा ने बताया कि यह अंतरा इंजेक्शन जरूरतमंद महिलाओं को निःशुल्क लगाया जाएगा। पहले चरण में मेडिकल कॉलेज व जिला अस्पतालों में उपलब्ध कराया गया था। अब सभी चिकित्सा संस्थान पर उपलब्ध है। जनसंख्या नियंत्रण के लिए अब गर्भ निरोधक गोलियां या दूसरे अन्य उपाय की तरह महिलाओं को इंजेक्शन निःशुल्क लगाया जा रहा है। इसके लिए चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षण भी दिया गया है।
अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (परिवार कल्याण) डॉ. सुनील जांदू ने बताया कि दो बच्चों के बीच में अंतराल रखने के लिए इस इंजेक्शन का उपयोग किया जा रहा है। इसके अलावा इंजेक्शन लगवाने के बाद तीन महीने तक गर्भधारण नही होगा। यही नही इससे कमजोरी का अनुभव भी नही होता। अंतरा इंजेक्शन के इस्तेमाल से मातृ व शिशु मृत्युदर में कमी आएगी। अंतरा का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि महिलाओं को यह नियमित नही लगवाना पड़ेगा, बल्कि सालभर में केवल चार डोज लगाने की जरूरत पड़ेगी।