सूचना प्रोद्यौगिकी एवं संचार विभाग द्वारा प्रारम्भ की गई ई-सखी योजना के माध्यम से डिजीटल साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए सीकर जिले में आर.के.सी.एल.के आई.टी.जी. केन्द्रों के संचालकों का दो दिवसीय आवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला बुधवार को जिला परिषद सभागार में सूचना प्रोद्यौगिकी एवं संचार विभाग के उप निदेशक मनोज कुमार गर्वा एवं सांख्यिकी विभाग के सहायक निदेशक नरेन्द्र भास्कर के सानिध्य में सम्पन्न हुई। समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए मनोज कुमार गर्वा ने कहा कि ई-सखी योजना से ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों की महिलाओं को विकास की धारा से जोड़ना है। इस योजना के अन्तर्गत महिलाओं को डिजीटली साक्षर बनाया जाएगा। नरेन्द्र भास्कर ने कहा कि सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में अपनी भागीदारी देकर अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन कर ई-सखियों को प्रोत्साहित करें। प्रशिक्षण के प्रथम दिवस में प्रतिभागियों को सांख्यिकी एवं आई.टी. विभाग की अनुभवी टीम द्वारा ई-सखी का चयन, उसके कर्तव्य एवं विभिन्न महत्वपूर्ण विभागीय योजनाओं यथा भामाशाह योजना, भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना, ई-पी.डी.एस., पेंशन, राजस्थान संपर्क, सी.एम. हेल्पलाइन 181 के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की। इसके अतिरिक्त प्रशिक्षणार्थियों को विभिन्न मोबाइल एप यथा राज ई-वोल्ट, राज ई-साईन, राज मेल, राजधरा, भामाशाह, बी.एस.बी.वाई. इत्यादि डाउनलोड करके उन्हें काम में लेना सिखाया गया तथा अपने क्षेत्र में अधिक से अधिक ई-सखियों का नामांकन करवाकर उन्हें सम्पूर्ण जानकारी प्रदान करने के लिए कहा गया ताकि ई-सखियां ज्यादा से ज्यादा महिलाओं, व्यक्तियों को डिजिटल रूप से साक्षर कर सकें। कार्यशाला में समस्त प्रतिभागियों का प्रथम दिवस में सीखे गये कार्य का प्रस्तुतीकरण करवाया जाकर उनके ज्ञान की परख की गई तथा जयपुर मुख्यालय से “चिलेक्स“ एपलिकेशन के माध्यम से ऑनलाइन जुड़कर मोबाईल फोन से प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम आयोजित कर विजेताओं का चयन किया गया जिसमें विजेता रहें लक्ष्मणगढ़ के सुभाष, खण्डेला के ललित एवं श्रीमाधोपुर की नंदिता शेखावत को अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्य आयोजना अधिकारी महेन्द्र सिंह, समस्त ब्लॉक सांख्यिकी अधिकारी, प्रोग्रामर एवं आई.टी.जी. केन्द्रों के प्रतिभागियों ने भाग लिया।