सौर ऊर्जा प्रोत्साहन के लिए जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग की खास पहल पर हुई अधिक विद्युत खपत वाले उपभोक्ताओं की बैठक
चूरू, जिले में सौर ऊर्जा के प्रमोशन के लिए जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग की खास पहल पर गुरुवार को जिला परिषद सभागार में जिला प्रशासन व जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की ओर से जागरुकता कार्यक्रम के तहत अधिक विद्युत खपत वाले उपभोक्ताओं की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने बताया कि उपभोक्ता राज्य सरकार के नियमानुसार अपने विद्युत कनेक्शन के स्वीकृत भार 1 कि.वा. से ज्यादा व 500 कि. वाट तक के बराबर रूफ टॉप सौर ऊर्जा के पैनल लगवा सकते हैं। इस रूफ टॉप सौर ऊर्जा से उपलब्ध विद्युत को अपनी आवश्यकतानुसार उपयोग में ले सकते हैं। अतिरिक्त उपलब्ध विद्युत ग्रिड में दी जाती है। सौर ऊर्जा से विद्युत उपलब्ध नहीं होने पर आप विद्युत मीटर द्वारा ग्रिड से विद्युत आपूर्ति काम में ले सकते हैं। राज्य सरकार के नियमानुसार माह के अन्त में ग्रिड को दी गई विद्युत आपूर्ति का हिसाब किया जाता है। ग्रिड से काम में ली गई विद्युत का ही भुगतान करना होगा। यदि माह के अन्त में ग्रिड में ज्यादा विद्युत दी जाती है तो विद्युत खर्च का बिल शून्य होगा। यदि माह के अन्त में ज्यादा विद्युत आपूर्ति ली गई पाई जाती है तो यूनिटों के अन्तर का ही विद्युत बिल जमा कराना होगा। एक किलोवाट ग्रिड सॉलर लगाने की अनुमानित लागत लगभग 50 हजार रूपये होगी। सौर ऊर्जा रूफ टॉफ लगाने की लागत विद्युत बिल की 4 से 5 साल तक लागत में वसूल हो जाएगी। सौर ऊर्जा रूफ टॉप का जीवनकाल 25-30 वर्ष होता है व इसमें कम मरम्मत की जरूरत होती है। विद्युत बिल की एवज में आपकी धनराशि की बचत होगी। यदि किसी उपभोक्ता के 100 यूनिट प्रतिमाह का विद्युत खर्च आता है तो 1 कि.वा. सोलर ऊर्जा से विद्युत का उत्पादन लगभग 135 यूनिट होता है। इस स्थिति में अतिरिक्त 35 यूनिट उपभोक्ता ग्रिड को देता है तो विद्युत खर्च शून्य होगा। यदि उपभोक्ता के 150 यूनिट प्रतिमाह विद्युत खर्च आता है तो इस स्थिति में 15 यूनिट ग्रिड से ली जाएगी। अत विद्युत खर्च 15 यूनिट का देय होगा जो कि 67.5 रुपये आएगा। सामान्यतः किसी उपभोक्ता के लगभग 135 यूनिट तक विद्युत खर्च शून्य होगा। इस मौके पर विभाग के अधीक्षण अभियंता एमएम सिंघवी ने बताया कि जोधपुर डिस्कॉम द्वारा सौर ऊर्जा रुफ टॉप पैनल लगाने वाले उपभोक्ताओं का त्वरित गति के साथ पूर्ण रूप से सहयोग किया जाता है। बैठक में एक्सईएन अनिल पूनिया, एईएन महेश पांडिया, अधिशासी अभियंता राजेन्द्र मीणा, सहायक प्रशासनिक अधिकारी मोहम्मद अकरम, वरिष्ठ लिपिक पवन शर्मा आदि ने सोलर ऊर्जा व नेट मीटरिंग की जानकारी दी।