बाकरा गांव में चल रहे खनन को बंद कराने की मांग को लेकर सोमवार को बाकरा गांव में मिटिंग का आयोजन किया गया। मिटिंग के बाद बाकरा पहाड़ी बचाओं संघर्ष समिति के विजेंद्र मील व सरपंच प्रतिनिधि सतीश खीचड़ के नेतृत्व में बाकरा पंचायत के ग्रामवासियों ने रैली निकालकर बाकरा पहाड़ी पर चढक़र चल रहे खनन को बंद करने की कर्मचारीयों से अपील की। साथ ही कार्य को बंद करने के लिए 1 घंटे का समय दिया। उसके बाद बैठक में सर्वसहमति से निर्णय लेते हुये खनन कार्य को बंद करने के लिए 5 दिन का समय दिया। जिसको लेकर 1 अप्रैल को बैठक आयोजित की जायेगी। बैठक में जो कमेटी फैसला लेगी उस तरीके से आंदोलन किया जायेगा। बाकरा पहाड़ी बचाओं संघर्ष समिति के विजेन्द्र मील ने बताया के पहाड़ी हमारी विरासत गांव की पहचान है किसी भी हालात में इसको जाने नही देंगे। साथ ही बताया के खनन माफिया की ओर से गे्रनाईट पहाड़ी को चेजा पत्थर में कन्वर्ट किया जा रहा है अवैध तरीके से पहाड़ी में खनन किया जा रहा है जिसकी जांच करवायेंगे। खनन को लेकर पुरी पंचायत में आक्रोश है, ग्रामवासियों के घरो में दरारे आ गई है। पुरे गांव में भय का माहौल बना हुआ है गांव के लोग प्रशासन व खनन माफिया से मांग करता है कि गांव की जनभवानाओं को समझ कर खनन बंद किया जायें। । वहीं सरंपच प्रतिनिधि सतीश खींचड़ ने बताया की खनन से गांव में काफी नुकसान हो रहा है। धमाकों से गांव के लोगो के मकानों मे दरारे आ गई है। खनन को बंद कर ग्रामवासियों को परेशानी से निजात दिलाई जाये। इस दौरान संघर्ष समिति के कैप्टन शिशुपाल, मनीराम थोरी, बाबूलाल मेघवाल, पूर्व सरपंच घासीराम चाहर, मनीराम चाहर सहित काफी संख्या में पंचायत निवासी मौजूद थे ।