श्रीराम मंदिर में बजाज परिवार की ओर से आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में बुधवार को कथावाचक संत प्रह्लाद महाराज ने कहा कि भागवत केवल धार्मिक अनुष्ठान ही नहीं बल्कि यह निष्काम भक्ति का प्रतिबिम्ब है जिसके माध्यम से व्यक्ति जीनव जीने की कला सीख सकता है। उन्होंने जड़भरत चरित्र व प्रह्लाद चरित्रादि पर चर्चा करते हुए कहा कि निष्काम भक्ति प्रह्लाद ने की तो भगवान को नरसिंह अवतार में आना पड़ा। उन्होंने कहा कि यदि निस्वार्थ भाव से व्यक्ति भक्ति करता है तो परमात्मा निश्चित रूप से अपने भक्त के निकट होते है। कथा में मां शक्ति की सजी झांकियां आकर्षण का केन्द्र रही। इस अवसर पर सुभाष बजाज, सुरेश बजाज, नरेश व श्रवण बजाज आदि श्रद्धालुओं ने भागवत की आरती की।