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बाघोली गांव में जीएसएस के पास शुक्रवार रात्री 8 बजे के लगभग मारवाड़ से बाघोली बरात की बस आ रही थी। बस लग्जरी सीटर की होने से ऊचाई ज्यादा थी पोल के टक्कर लगने से 11 केवी के तार आपस में भिडऩे से लाईन कट गई। बस चालक ने आगे बस को करते ही पोल भी गिर गया। लेकिन तान के सहारे जमीन पर नही आया ऊपर ही लटकता रह गया। बिजली कें तार आपस में भिडऩे पर तुरंत ही लाईन कट जाने से बड़ा हादसा बाल-बाल बच गया। पोल रात्री व दिनभर झूलने के बाद भी बिजली विभाग ने कोई ध्यान नही दिया अगर किसी पर गिर जाता तो ओर भी नई घटना घट सकती थी। जानकारी के अनुसार ग्रामीणों ने बताया कि बिजली विभाग अपनी लापरवाही को कभी भी नही मानता है। यह गांव की सीटी लाईन तार ढ़ीले पड़े रहते है कहने के बाद भी विभाग ढ़ीले तारो की खिचाई नही करता है। बिजली बंद होने से गांव के आवश्यक कार्य नही हो सके। रात्री भर सीटीलाईन से जुड़े उपभोक्ता अंधरे में रहकर रात बितानी पड़ी लोगो मच्छरों की भी सजा भुगतनी पड़ी।
सीटी लाईन मेंं टयूबेलों की बिजली की लाईन होने से दिनभर छाया पानी का संकट
बिजली विभाग की अनदेखी के चलते जीएसएस के सामने झूल रहे पोल को भी 21 घंटे तक भी सही नही कर सके। पानी की सप्लाई नही होने से ग्रामीण दिनभर गर्मी मौसम में इधर – उधर भटकते रहे। बाघोली में मौजिड़ा बांध के पास लगे टयूबवैल गांव की सीटी लाईन से जुड़े हुए है। ग्रामीण बिजली विभाग के अधिकारीयों से बार-बार फोन पर सम्पर्क करने के बाद भी दूसरा पोल को सांय पांच बजे लगाकर बिजली सुचारू की। अगर बस में करंट फ़ैल जाता तो कोई बड़ा हादसा भी घटित हो सकता था। गिरधारी लाल एईन बिजली विभाग उदयपुरवाटी कहना है कि
हमारे कर्मचारी ने बस के नंबर ले रखें है बस पर पोल का जुर्माना वसूला जावेगा। बस को रात्री को ही लेकर चालक फरार हो गया था। जहा ढ़ीले तार है उनको भी जगह-जगह देखकर सही करवा दिया जावेगा।