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कस्बे की आदर्श मा.विद्या मन्दिर में अजीबों-गरीब घटना देखने को मिली। जानकारी के अनुसार आदर्श मा.वि. में शनिवार को लगभग 3:30 बजे छुट्टी होने के बाद पूरा स्टाफ चला गया। शाला का चपरासी दीनदयाल नाई वार्ड सं.11 जो शाला के मुख्य द्वार एवं प्रवेश द्वारा के ताला लगा कर चला गया। लगभग 4 बजे छात्रों ने तीसरी मंजिल के कमरे की जाली टूटी खिडक़ी से आवाज लगाई तो कई लोग हरकत में आ गये, लोगो की भीड़ जमा हो गई। इसकी सूचना तुरन्त थाने में दी गई। लगभग 5:10 पर स्कूल में स्टाफ के अलावा रहने वाला नवरत्न नामक युवा आया, चाबी उसके पास थी, ताले खोलकर तीनो बन्द छात्रों को निकाला। छात्रो में अंकित प्रजापत पुत्र शंकर लाल उम्र 12 वर्ष कक्षा 7 बिसाऊ, रितिक पुत्र सुरेन्द्र सिंह गांव राणासर उम्र 12 वर्ष कक्षा 7 एवं तीसरा कमल शर्मा पुत्र किसनलाल ब्राहा्रमण उम्र 12 वर्ष कक्षा 7 थे। चपरासी से जब पूछा गया तो उसने कहा मैंने आवाज दी थी लेकिन छात्रों का कहना था कि कोई आवाज नहीं दी। यह गनीमत थी कि दिन होते हुए घटना की जानकारी मिल गई यदि रात्री होती तो कोई दुर्घटना हो सकती थी।