मतदान केन्द्रों पर 4 सितम्बर एवं 18 सितम्बर 2022 को मतदाताओं के आधार संख्या एकत्र करने के लिए विशेष शिविर आयोजित किए जायेंगे
सीकर, जिला निर्वाचन अधिकारी अविचल चतुर्वेदी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुसार मतदाताओं की आधार संख्या को एकत्र कराने का कार्यक्रम एक अगस्त 2022 से प्रारम्भ कर 31 मार्च 2023 तक पूर्ण किया जायेगा। लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 की धारा 23 मे संशोधन द्वारा स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि मतदाताओं से आधार संग्रह का उद्देश्य मतदाताओं की पहचान स्थापित करना, मतदाता सूची में प्रविष्टियों का प्रमाणीकरण ओर एक से अधिक निर्वाचन क्षेत्रों में एक ही व्यक्ति के नाम के पंजीकरण या एक से अधिक वार उसी निर्वाचन क्षेत्रों में एक ही व्यक्ति के नाम के पंजीकरण या एक से अधिक वार उसी निर्वाचन क्षेत्रा में पंजीकरण की पहचान करना है। जिससे साफ सुथरी एवं त्राुटिरहित मतदाता सूची तैयार हो सके तथा मतदाताओं के नाम एवं पते में त्राुटियों की संभावना नगण्य रहें।
जिला निर्वाचन अधिकारी अविचल चतुर्वेदी ने बताया कि मतदाताओं की ओर से आधार संख्या प्रस्तुत करना स्वैच्छिक है एवं ईआरओ द्वारा मतदाताओं को यह स्पष्ट किया जायेगा कि आधार संख्या प्राप्त करने का उद्देश्य मतदाता सूची में प्रविष्टियों का प्रमाणीकरण और भविष्य में उन्हें बेहत्तर चुनावी सेवाएं उपलब्ध करवाना है। उन्होंने बताया कि बीएलओं द्वारा एक अगस्त 2022 से घर-घर जाकर सर्वे का कार्य किया जावेगा एवं प्रत्येक बीएलओं द्वारा न्यूनतम 5 आवेदन पत्रा एक अगस्त 2022 को प्रपत्रा -6बी में ऑनलाईन दर्ज करने के लिए निर्देशित किया गया है एवं मतदाताओं से आधार एकत्राीकरण के लिए बीएलओं द्वारा यथासंभव ऑनलाईन माध्यमों के प्रयोग के लिए प्रोत्साहित किया जावे । एक अगस्त 2022 को औपचारिक रूप से जिला , विधानसभा स्तर पर इस कार्यक्रम की शुरूआत की जावे और राजनितिक दलों, मिडिया प्रतिनिधियों , एनजीओ, सीएसओ को भी जानकारी दी जाये।
जिला निर्वाचन अधिकारी अविचल चतुर्वेदी ने बताया कि एक अगस्त 2022 से 31 दिसम्बर 2022 तक विविध स्वीप गतिविधियों के कार्यक्रम आयोजित किए जावें। जिले के समस्त मतदान केन्द्रों पर 4 सितम्बर 2022 एवं 18 सितम्बर 2022 (रविवार) को मतदाताओं के आधार संख्या एकत्रा करने के लिए विशेष शिविर आयोजित किए जायेंगे। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम 2023 की अवधि में आयोजित किए जाने वाले विशेष शिविर में भी आधार संग्रहण का कार्य किया जायेगा।