लाॅक डाउन के दौरान
झुंझुनूं, लाॅक डाउन के दौरान भी जिनकी सुध लेने कोई नहीं पहुंचा, उन मंदिरों, मठों और साधु-सतों के आश्रमों में आज बुधवार को जिले का ब्राह्मण समाज खाद्य सामग्री के पैकेट लेकर पहुंचा जिनमें करीब एक सप्ताह के भोजन बनाने जितनी सामग्री थी। साथ ही मंदिरों में अखंड ज्योत व पूजा की सामग्री के लिए 500 रुपए की नकद राशि भी भेंट स्वरूप दी गई। शहर के प्रबुद्ध विप्र जन और समाजसेवियों ने यह पहल की। देशभर में चल रहे लाॅक डाउन के कारण मंदिरों में भी पट बंद होने के कारण श्रद्धालुओं की आवक बंद हो चुकी है। इसके कारण इन मंदिरों में पूजा करने वाले पुजारियों, सेवकों, वहां रहने वाले साधु-संतों के सामने भी परेशानी खड़ी हो गई थी। अन्य स्थानों पर तो भामाशाह तैयार भोजन और खाद्य सामग्री के पैकेट लेकर जा रहे थे, लेकिन इन लोगों की तरफ किसी की नजर नहीं जा रही थी। इस पर ब्राह्मण समाज ने उन लोगों तक खाद्य सामग्री पहुंचाने का जिम्मा उठाया। उन्हें इसके लिए कुवैत के दोहा शहर से झुंझुनूं निवासी विक्रम मिश्रा ने आर्थिक सहायता भेजी तथा समाज के संयोजक उमाशंकर महमिया ने आज बुधवार को दो टीमें बनाई। पहली टीम में खुद महमिया, पवन पुजारी, कमलकांत शर्मा और रामगोपाल महमिया ने कमान संभाली। दूसरी टीम की जिम्मेदारी पार्षद संजय पारीक, ब्राह्मण समाज के युवा विपुल छक्कड़, मनोज ब्यास व राकेश बावलिया को दी गई। दोनों टीमों ने पहले ही दिन शहर के विभिन्न इलाकों में 31 मंदिरों, मठों, साधु-संतों के आश्रमों में एक सप्ताह के भोजन जितनी खाद्य सामग्री के पैकेट पहुंचाए। एक जगह तो टीम को पता चला कि लॉक डाउन से पहले शहर में कथा करने वृंदावन से आए कथा वाचक ने कहा कि अभी तक किसी ने उनकी सुध नहीं ली थी। नेपाल से आए दो कथावाचकों ने भी ऐसी ही जानकारी दी। कमल कान्त शर्मा ने बताया कि दोनों ही टीमों ने शहर की पुरोहितों की बगीची में सोशल डिस्टेंस का ख्याल रखते हुए पूरी तरह सेनेटाइज वातावरण में ये पैकेट बनवाए। गुरुवार को शहर के ऐसे ही 31 स्थलों पर खाद्य सामग्री के पैकेट पहुंचाए जाएंगे।