सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने जोगलसर में दशहरा उत्सव में की शिरकत
चूरू, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री मा. भंवर लाल मेघवाल ने कहा है कि हमारे त्यौहार कोई न कोई संदेश देते हैं। दशहरे का पर्व बुराई पर अच्छाई और असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक है। हमें इस त्यौहार से यह सीख लेनी चाहिए कि अंत में जीत अच्छाई की ही होती है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री मंगलवार को सुजानगढ़ क्षेत्र के गांव जोगलसर में बेरसिंह नारायण सिंह मेमोरियल संस्थान की ओर से आयोजित दशहरा उत्सव में ग्रामीणों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सत्यमेव जयते हमारा ध्येयवाक्य है और भारतीय समाज व्यवस्था में यह सदैव से स्थापित बात है कि परोपकार से बड़ा कोई धर्म नहीं है। उन्होंने ग्रामीणों एवं श्रद्धालुओं से कहा कि हमें अपने भीतर तथा अपने समाज में व्याप्त बुराइयों से दूर होने का प्रयत्न करना चाहिए, तभी दशहरे से जैसे पर्व की सार्थकता साबित होगी। उन्होंने कहा कि अपनी कमजोरी पर विजय पाने का वर्तमान में शिक्षा सबसे बड़ा और महत्त्वपूर्ण माध्यम है। ग्रामीण अपने बच्चों और खासकर बालिकाओं को विद्यालयों से जोड़ें और बेहतरीन शिक्षा दिलाएं ताकि वे आगे बढ़कर देश व समाज में अपना रचनात्मक योगदान दे सकें। इस दौरान ग्रामीणों की ओर से सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री का ग्रामीणों की ओर से जोरदार स्वागत किया गया। संस्थान के संयोजक भंवर सिंह की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में विद्याधर बेनीवाल, दीवान सिंह, गोपालपुरा सरपंच सविता राठी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण महिला-पुरुष, श्रद्धालु मौजूद थे।