स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. धौलपुरिया ने कहा झुंझुनूं जिला पहले हो चुका है ‘ध्रुमपान मुक्त’
अब नवलगढ़ पंचायत समिति की समस्त 46 ग्राम पंचायत शीघ्र होंगी ‘‘ तंबाकू मुक्त’’
झुंझुनूं, जिले की नवलगढ़ पंचायत समिति की समस्त 46 ग्राम पंचायत शीघ्र ही तंबाकू मुक्त होंगी। जिसको लेकर नवलगढ़ पंचायत समिति के प्रधान दिनेश सुंडा ने जिला स्तरीय कार्यशाला को संबोधित करते करते हुए यह घोषणा की है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर नवलगढ़ पंचायत समिति की समस्त ग्राम पंचायत व गांवों को तंबाकू मुक्त बनाया जाएगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सभागार में आयेाजित जिले के समस्त बीसीएमओ, सीएचसी-पीएचसी प्रभारीरियों की कार्यशाला को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक व राज्य तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ के राज्य नोडल प्रभारी डॉ. एसएन धौलपुरिया ने कहा कि तंबाकू नियंत्रण को लेकर जिले में अनेक बार कई नवाचार हुए है। इसी कड़ी में जिले में कोटपा का प्रभावी क्रियान्वयन करते हुए हम सभी को मिलकर जिले को विश्व तंबाकू निषेध दिवस 31 मई 2022 को तंबाकू मुक्त जिला बनाने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने नवलगढ़ प्रधान दिनेश सुंडा द्वारा तंबाकू मुक्त गांव व ग्राम पंचायत बनाने के नवाचार की पहल पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा हर संभव सहयोग देने के लिए आश्वस्त किया। कार्यशाला में एनटीसीपी के राज्य सलाहकार नरेंद्र कुमार ने कोटपा की पालना सुनिश्चितता के लिए विस्तार से विभिन्न धाराओं के बारे में जानकारी दी। एसआरकेपीएस प्रतिनिधि राजन चौधरी ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में सबसे पहले जिले के रूप में झुंझुनूं को धु्रमपान मुक्त जिला बनाया गया, उसी तर्ज पर अब पहला तंबाकू मुक्त जिला बनाने के लिए हमे सामुहिक प्रयास करने चाहिए। चौधरी ने कहा कि जिले में तंबाकू मुक्त शिक्षण संस्थान के लिए अभी तक किए गए कार्यो में 80 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। इसी प्रकार बचे हुए विद्यालय द्वारा रिपोर्ट प्राप्त होने पर कोटपा की विद्यालयों में शत-प्रतिशत पालना सुनिश्चित हो जाएगा। कार्यशाला में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. छोटेलाल ने संयुक्त निदेशक व राज्य से आए एनटीसीपी प्रतिनिधियों की उपस्थित में जिले के समस्त चिकित्सा प्रभारियों से आह्वान किया कि जिले का सभी स्वास्थ्य कार्यक्रमों में प्रदर्शन उत्कृष्ट है। अब हमे झुंझुनूं जिले को तंबाकू मुक्त जिला बनाने के लिए अभी से ग्रास्ट रूट पर कार्य करना होगा। कार्यशाला में जिले के समस्त चिकित्सा अधिकारियों के साथ एनटीसीपी जिला सलाहकार डॉ. ऋतु शेखावत, इम्याज अली, प्रमोद कुमार आदि मौजूद रहें।