झुंझुनू, ढिगाल में शहीद नायक सूबेदार नत्थू सिंह बिशू का 33 वां शहादत दिवस मनाया। वे विश्व के सबसे उंचे दुर्गम युद्ध स्थल जम्मू कश्मीर में स्थित सियाचिन ग्लेशियर में ऑपरेशन मेघदूत में 21 फरवरी, 1991 को दुश्मन से लोहा लेते हुए देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गए। शहीद के पैतृक ग्राम ढिगाल में मंगलवार को शहीद स्मारक में शहादत दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
कार्यक्रम में शहीद की पुत्री सुनीता दड़िया ने अपने पिता को तिलक लगाया, वहीं बहन भगवती महला ने शहीद भाई के राखी बांधी। वक्ताओं ने शहीद का जीवन परिचय बताया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉक्टर लालचंद ढाका व आसिफ खान थे। शहीद वीरांगना सुरपी देवी, सरपंच झिमकोरी देवी बिशू, डॉक्टर महेश बिशू, रामनिवास डूडी, कैप्टन लक्ष्मण कुल्हरी, रणवीर सिंह बिशू, पितराम धाबाई, राजवीर महला, हेतराम बिशू, विद्याद्यर बिशू, रोशन बिशू, सरदार सिंह मांजू, पोकरमल महला, जयप्रकाश दड़िया सहित ग्रामीण मौजूद रहे। एडीईओ उम्मेद सिंह महला ने सभी का आभार जताया।