केन्द्र सरकार के मेक इन इंडिया तथा स्वस्थ भारत मिशन के अंतर्गत सीएसआईआर-सीरी पिलानी में डेयरी इंस्ट्रुमटेशन पर प्रोधोगिकी जागरूकता कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला का उद्देश्य डेयरी इंस्ट्रुमटेशन के क्षेत्र में संस्थान के वैज्ञानिको द्वारा विकसित विभिन्न उत्पाद की जानकारी देना है।
संस्थान के निदेशक प्रो शांतनु चौधरी ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि संस्थान विगत 10 वर्षो से दूध की मिलावट का पता लगाने के लिए अनुसंधान कर रहा है। उन्होंने कहा कि हाल के वर्षो में दूध में रासायनिक व अन्य पदार्थ के मिलावट की घटनाएं बढ़ी है । उन्होंने बताया कि देश में मिलावटी दूध से बच्चो सहित सभी लोगो का स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है।
वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक एवं समूह प्रमुख, सिग्नल एनालिटिक्स समूह डाॅ. पी.सी. पंचारिया ने डेयरी इंस्ट्रुमटेशन पर पावर पाॅइंट प्रजेन्टेशन के माध्यम से उद्यमियों को संस्थान द्वारा विकसित क्षीर स्कैनर, नियर इन्फ्रा रेड (एनआइआर) आधारित फैट कंटट एनालाइजर, अकाउस्टिक मिल्क एनालाइजर, रैपिड मिल्क एनालाइजर, होड़ हेल्ड क्षीर टेस्टर तथा होड हेल्ड मिल्क फैट एनालाइजर के संबंध म महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए इन उपकरणों की कार्यप्रणाली समझाई।
उन्होंने बताया कि संस्थान द्वारा विकसित क्षीर स्कैनर, क्षीर टेस्टर तथा इनका होड हेल्ड सस्करण का प्रदर्शन अलग-अलग समय पर संसद में तथा गृहमंत्राी तथा विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी मंत्री के समक्ष कर चूका है कार्यशाला में देश के विभिन्न राज्यों से उद्यमियों एवं नए स्टार्ट अप्स में उपस्थित उद्यमियों में अमरदीप सिह चड्ढा (चड्ढा सेल्स प्राईवेट लिमिटेड, पंजाब), वीरेन्द्र सिह, प्रबंध निदेशक (जी-टेक आॅट¨मेशन प्राईवेट लिमिटेड), कलानिधि एवं र¨हन (महिद्रा एंड महिद्रा), डाॅ. स्मिता (आई सेन्स इन¨वेशन, मुम्बई), अतुल शर्मा (राजस्थान इलेक्ट्राॅनिक्स इंस्ट्रुमटेशन लिमिटेड-रील, जयपुर), अल्पेश ए. पटेल (एवरेस्ट इंस्ट्रुमटेशन प्रा.लिमिटेड, गुजरात) तथा डाॅ. पी. शर्मा, एग्जिक्युटिव डायरेक्टर (सुप्रीम टेस्टिग लैब एण्ड फ¨रसिक एविडस प्र¨टेक्शन टेक्न¨लाॅजी प्रा. लि., नई दिल्ली) आदि उपस्थित थे।