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Video News – मेरे बाद वतन पर मरने वालों का सैलाब आयेगा… वंदे मातरम बोल कर दी बेटी ने पिता को विदाई

5 जनवरी 2022 को 43 वर्ष की आयु में जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में हुए थे शहीद

मौसम खराब होने के कारण शहीद की पार्थिव देह को उनके पैतृक गांव  लालास लाने में 8 दिनों का  समय लग गया

लिख रहा हूं मैं अंजाम जिसका आज आगाज आया
मेरे लहू का हर एक कतरा इकंलाब लायेगा
मैं रहूँ या ना रहूँ पर ये वादा है तुमसे मेरा कि
मेरे बाद वतन पर मरने वालों का सैलाब आयेगा                              

सीकर, [लिखासिंह सैनी ] माँ भारती के वीर सपूत शहीद सूबेदार  महेंद्र कुमार मुवाल जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा के कालारोस पोस्ट पर तैनात थे वही  देश की रक्षा करते हुए 5 जनवरी 2022 को 43 वर्ष की आयु में शहीद हो गए । मौसम खराब होने के कारण शहीद की पार्थिव देह को उनके पैतृक गांव  लालास लाने में 8 दिनों का  समय लग गया। शहीद की अन्तिम यात्रा आज सीकर सांवली सर्किल से लेकर लालास गांव तक विशाल जनसैलाब के साथ निकाली गई। देशभक्ति नारों के साथ ही जब तक सुरज चांद रहेगा महेन्द्र कुमार तेरा नाम रहेगा जैसे नारों से आसमान गुंज उठा। लालास में स्कूली बच्चों ने रोड़ पर देशभक्ति नारों के साथ  तिरंगा हाथों में लेकर व पुष्प वर्षा कर शहीद को अंतिम विदाई दी । शहीद सूबेदार महेन्द्र कुमार मुवाल को गार्ड ऑफ  ऑनर देकर सैनिक सम्मान के साथ राउमावि लालास के पास अत्येष्टि की गई । शहीद के 13 वर्षीय पुत्र संजय कुमार ने अपने पिता को दी  मुखाग्नि, बेटा व बेटी हुए भावुक सलामी देकर व भारत माता की जय व जय हिंद बोलकर दी अंतिम विदाई। शहीद को नागौर जिले के नावां विधायक महेन्द्र चौधरी ,नावां के पूर्व विधायक हरिश कुमावत, डीडवाना विधायक चेतन डूडी, खीवसर विधायक नारायण बेनीवाल , नावां  तहसीलदार सतीश सिंह राव जनप्रतिनिधियों  अधिकारियों सहित लालास के आसपास के गांवों के हजारों लोगों ने  नम आंखों से अंतिम विदाई दी। आपको बता दे कि शहीद महेंद्र कुमार 28 जून 1996 में सेना में भर्ती हुए जिन्होंने  25 वर्षों तक अपने देश की सेवा की शहीद के पिता स्व. मनसुख राम भी सेना में थे । अल्पायु में शहीद होने पर परिवारजनों का रो रो कर बुरा हाल है। शहीद के एक पुत्र संजय व एक पुत्री पूजा है व शहीद की धर्मपत्नी  कमला देवी है। 20 वर्षीय बेटी पूजा भारतीय कॉलेज सीकर से स्नातक कर रही है जबकि 13 वर्षीय बेटा संजय गांव की संगम स्कूल में कक्षा 9 वीं में अध्ययनरत है। हवलदार हर लाल सिंह ने बताया की मैं और मेरा साथी सूबेदार महेंद्र कुमार सेना में साथ रहे थे वे नए मकान बनाने की बात कहीं और बेटी की शादी जल्दी से करने की बात कही थी ।

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